टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
मुंबई।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। राम मंदिर निर्माण के लिए अगस्त के पहले सप्ताह में भूमि पूजन का कार्यक्रम होने की संभावना है। इस बीच, शिवसेना ने मांग की है कि पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाए।
शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने सोमवार को मांग की कि पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले “भूमि पूजन” समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाए। अगले महीने होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है।
ठाणे में ओवला-मजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रताप सरनाईक ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के प्रमुख ट्रस्टी को इस संबंध में पत्र लिखा है। इससे पहले शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि उनकी पार्टी ने ही राम मंदिर के निर्माण में आ रही ‘बाधाओं’ को दूर किया था। शिवसेना ने ऐसा ‘राजनीतिक’ की वजह से नहीं, बल्कि आस्था की वजह से और हिन्दुत्व की भावना के कारण किया था।
बहरहाल, प्रताप सरनाईक ने पत्र में लिखा है, ‘कोरोना महामारी के कारण अयोध्या में आयोजित होने वाले समारोह में कुछ ही लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। ऐसा पता चला है कि उन संगठनों और राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जा सकता है जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसे (राम मंदिर) बनाने के लिए प्रयास किया है।’ प्रताप सरनाईक का यह पत्र मीडियाकर्मियों में सार्वजनिक किया गया है।
प्रताप सरनाईक ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे मंदिर निर्माण आंदोलन में सबसे आगे थे। जब दूसरे नेता इस मसले को नहीं उठाते तब उद्धव ठाकरे बार-बार राम मंदिर निर्माण की मांग उठाते रहे हैं।
विधायक ने कहा कि यह शिवसेना ही थी जिसने राम मंदिर निर्माण की नींव रखी. उन्होंने कहा, ‘हम अच्छी तरह से जानते हैं कि सभी ‘अखाड़े’ इसके लिए लड़ रहे थे। मंदिर निर्माण के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई।’ प्रताप सरनाईक ने कहा कि मंदिर को लेकर श्रेय लेने का सवाल ही नहीं उठता है। उद्धव ठाकरे ने पिछले नवंबर में मुख्यमंत्री बनने से पहले और पदभार संभालने के बाद भी अयोध्या का दौरा किया था। प्रताप सरनाईक ने कहा कि 5 अगस्त को होने वाले समारोह को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने कहा था कि गर्भगृह में 40 किलो चांदी की ईंट रखने के साथ “भूमि पूजन” किया जाएगा। 3 अगस्त से शुरू होने वाले तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से पहले होंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमि पूजन समारोह में उपस्थित रहेंगे।
सुप्रीम कोर्ट से राम जन्मभूमि मामले में डिक्री हासिल करने वाले त्रिलोकी नाथ पांडे ने शनिवार को कहा, ‘मुझे सही तारीख नहीं बताई गई है लेकिन हमें जानकारी मिली है कि पीएम का दौरा 5 अगस्त के लिए अस्थायी रूप से निर्धारित किया गया है।’