मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनुपपुर । नौतपा के 8 वे दिन सोमवार को जिले भर में आधी तूफान के साथ बारिश हुई। बारिश के साथ आंधी और तूफान ने जमकर तबाही मचाई। दर्जनों पेड़ धाराशायी हो गए। वहीं मिट्टी के कई घरों का एस्वेस्टस व टिन हवा ने उड़ा दिया। झमाझम बारिश ने भीषण गर्मी से राहत पहुंचाई है। तापमान में काफी गिरावट आई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम का मिजाज वैसे तो शानिवार से ही बदला-बदला सा है। लू के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप का असर कम थी। रविवार को दिन में भी हालात ऐसी ही थी। सोमवार को दोपहर 3 बजे के बाद तेज हवा शुरू हुई। देखते ही देखते बारिश होने लगी। बारिश भी ऐसी कि बरसात की याद को ताजी कर दी। करीब 15 मिनट झमाझम बारिश हुई तेज हवा व बारिश के चलते शहर में आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। इस बारिश से किसानों का मानना कि नौतपा में तेज बारिश होने से फसल पर भी असर पड़ता है नौतपा के दिनों में खेत जितना अधिक गर्मी में तपता है उतनी ही बेहतर पैदावार होती है। आंधी इतनी तेज थी कि शहर के कई हिस्सों में बड़े पेड़ टूट कर गिर गए। इनकी वजह से लोगों का भारी नुकसान भी हुआ है । कई जगह वाहनों के ऊपर पेड़ गिरने के चलते वाहन क्षतिग्रस्त हो गए तो कईयों के घर भी तबाह हुए वही कुछ जगह सड़कों पर पेड़ गिरने के कारण आवागमन घंटों बाधित रहा।जिले भर के सभी क्षेत्र कोतमा,बिजुरी,पुष्पराजगढ़ , जैतहरी में आंधी तूफान से नुकसान की खबरें आई है।
कई जगह गिरे बिजली के पोल
तेज बारिश और हवा से कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। तेज हवा से बिजली तार और दर्जनों खंभे गिर गए हैं। जिला मुख्यालय में ही रेलवे फाटक रोड फॉरेस्ट आफिस के पास, अमरकंटक चौक आदि जगहों पर कई पेड़ बिजली के तारो के ऊपर गिर जाने की वजह से शहर में कई घंटे बिजली आपूर्ति ठप रही। जिसकी वजह से लोग परेशान होते रहे ।
कई स्थानों पर जल जमाव
थोड़ी सी ही बारिश ने नगर पालिका अनुपपुर की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी
कई स्थानों पर जल जमाव हो गया है। शहर में नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है। चूंकि नालियों की सफाई नहीं हुईं है। जल जमाव सड़कों पर पैदल चलने वाले परेशान होते रहे।
किसानों को नुकसान
सोमवार को तेज हवा व बारिश से आम की फसल भी बर्बाद हो गई वही जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में
आंधी-तूफान ने जिले में भारी तबाही मचाई कई मकानों के टीन उड़ गए। खेतों में आम की फसल जमींदोज हो गई। पेड़ जड़ से उखड़कर मकानों और सड़कों पर जा गिरे। कई मकान क्षतिग्रस्त हुए। कहीं दीवारों में दरारें पड़ गईं। लोग बचने के लिए सुरक्षित और खुले स्थानों की ओर भागे।