मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनूपपुर/ अनूपपुर जिले में स्टॉप डैम एवं पुलिया का बारिश में बहना आम हो चला है अभी कुछ दिवस पूर्व कोठी बिजुरी मार्ग में प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत पुलिया निर्माण कराया गया था जो ढह गया जिससे कई गांव का आवागमन संपर्क टूट गया इसी कड़ी में विगत रात्रि हुई बारिश के कारण अनूपपुर से दुलाहरा लखनपुर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क से ग्राम पौड़ी खुर्द की ओर जाने वाली मार्ग पर जल संसाधन द्वारा निर्माण कराया गया रपट्टा कम स्टॉप डेम बारिश के पानी से बह गया ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यह स्टॉप डेम निर्माण विगत कुछ वर्ष पूर्व जल संसाधन के उपयंत्री श्री नामदेव जी के द्वारा निर्माण कार्य कराया गया था जो विगत रात्रि बारिश के कारण बह गया जबकि स्टॉप डेम पुलिया से क्षेत्र के किसानों के खेत का पानी ही रुकता था एवं निकासी होती थी इसमें किसी प्रकार की नदी या बड़े नाले का संगम नहीं है फिर भी बारिश के पानी में नष्ट हो गया इसकी गुणवत्ता सोचने की विषय बन जाती है? इसी तरह नदी पुनर्जीवन अंतर्गत मनरेगा द्वारा भी ग्राम पंचायतों में कई जगह स्टॉप डेम का निर्माण कराया जा रहा है जो महज कुछ ऊंचाई और गुणवत्ता विहीन बनने के कारण इनकी भी दुर्गति इसी प्रकार होनी है जिस पर प्रशासन कोई भी लगाम लगाने में नाकामयाब है ज्ञात हो कि अनूपपुर जिले में विभागों की घटिया निर्माण कार्य पुलिया निर्माण, स्टॉप डेम, निर्माण चाहे वह प्रधानमंत्री सड़क हो और चाहे वह पीडब्ल्यूडी विभाग या जल संसाधन विभाग सभी विभागों द्वारा घटिया निर्माण कार्य की पोल खुलते नजर आ रही है जल संसाधन द्वारा निर्मित लखनपुर पौड़ी मार्ग की स्टॉप डेम का टूटना पानी की अत्यधिक बहाव बताया जा रहा है परंतु गुणवत्ता में कमी भी इसकी टूटने के कारण बताता है क्षेत्र में आम जनमानस के बीच यह चर्चा आम हो चली है कि चाहे वह कोई भी विभाग हो निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी की बू आ रही है साफ जाहिर होता है कि संबंधित अधिकारी कर्मचारी अपनी जेब भरने की फिराक में शासन की योजना एवं धनराशि का स्वार्थ हित में उपयोग कर चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे दूसरी पुलिया का बहना अनूपपुर जिले में जिला प्रशासन के लिए प्रश्न बन गई है ग्रामीणों ने उक्त निर्माण कार्यों की जांच कर संबंधित विभाग के आला अफसरों एवं जिम्मेदारों के प्रति कार्यवाही की मांग की है साथ ही क्षेत्र में मनरेगा द्वारा निर्माण कराए जा रहे स्टॉप डैम का भी गुणवत्ता जांच की जाए और संबंधित के प्रति कार्यवाही की जाए।