मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनूपपुर । अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव दिलचस्प होगा। चुनावी मैदान में ताल ठोकने के लिये राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रमेश सिंह ने अपने पद से स्तीफा दे दिया है। रमेश सिंह फिलहाल भोपाल में हैं और वे अनूपपुर पहुंचने वाले हैं। रमेश का स्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुवा है। वे शहडोल जिले के जैयसिंहनगर में एसडीएम हैं। रमेश जिले के खांड़ा गांव के रहने वाले हैं।
रमेश सिंह लम्बे समय से राजनीति में आने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस की टिकट के लिये इस बार एड़ीचोटी का जोर लगाया था लेकिन पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाया। विश्वनाथ सिंह कुंजाम को कांग्रेस पार्टी ने अनूपपुर से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। लेकिन कांग्रेस का एक धड़ा विश्वानाथ का विरोध कर रहा है। कल रमेश के साथ जिले के 5 कांग्रेस नेता भोपाल में कमलनाथ से मुलाकात की थी। इन नेताओं ने रमेश पर अपना भरोसा जताते हुवे टिकट देने की मांग की। माना जा रहा है कि कमलनाथ के आश्वासन के बाद रमेश ने राज्य प्रशानिक से से स्तीफा दे दिया।
कांग्रेस के लिये एक तरफ खाई और दूसरी तरफ कुएं वाली बात हो गई है। विश्वनाथ को बदला जाता है तो भी पार्टी का एक धड़ा नाराज होगा और रमेश सिंह को टिकट दिया जाता है तो भी पार्टी दो खेमों में बंट जायेगी। विश्वनाथ रमेश सिंह के मुकाबले आर्थिक रुप से कमजोर हैं। हालाकि दोनो के लिये बीजेपी उम्मीदवार, प्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह को हराना इतना आसान नहीं होगा। रमेश को अगर उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो वे निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं। रमेश की राजनीतिक महत्वकांक्षा इतनी प्रबल है कि वे इससे पहले खुले तौर पर बीजेपी से टिकट की मांग चुके हैं।