मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनूपपुर – आज एक बड़ी अजीबो गरीब घटना घटी। चंद मिनटों में कांग्रेस के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन किया गया आनन फानन में फ्रेस कॉन्फ्रेंस हो गई जिले के कुछ पत्रकारों को बुलाया गया कुछ को कानो कान खबर नही हुई और कांग्रेस का ये स्तर तब से और बढ़ गया है जबसे कुछ बाहरी नेता यहां आ कर गंदगी फैलाना शुरू किए है और आज की घटना भी कुछ ऐसी ही है।
दरसल रमेश सिंह का अचानक कांग्रेस कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ उपस्थिति होने पर कुछ पत्रकारों ने सवाल किए और रमेश सिंह जवाब दे ही रहे थे कि बीच मे ही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बीच मे कूद पड़े और जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने खीचे मन से कहा कि ये आप के सवाल नही है भाजपा के है एन पी प्रजापति पत्रकारों को भाजपाई बताने का प्रयास कर रहे थे अगर आप को पत्रकार भाजपाई लगते है तो आप अपनी इस सोच को भोपाल में बताएं। अनूपपुर के पत्रकार न भाजपाई होते न कांग्रेसी वो सिर्फ और सिर्फ पत्रकार होते है प्रजापति जी।
कांग्रेस खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर इन दिनों पत्रकारों पर अपना गुस्सा दिखा रही है।
साहब आप जिस ओहदे में थे और वर्तमान में आप जिस ओहदे में है कदापी इस तरह के वक्तव्य आप को सोभा नही देते, हम आप को बता दे आज तक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने अनूपपुर में जितनी प्रेसवार्ता की उन की हर वार्ता में उनका बर्ताव कुछ ऐसा ही रहा ।
कांग्रेस के इन नेताओं को ये समझ लेना चाहिए कि पत्रकार आप के बंधुआ मजदूर नही है कि आपके हिसाब से सवाल करेंगे और अगर लगता है आपको की आप को पत्रकारों की जरूरत नही है तो कृपया पत्रकारों की प्रेसवार्ता न करें, पर किसी भी पत्रकार के साथ आप का ईस तरह का बर्ताव पूरी तरह से अनुचित है ।
आप का सम्मान सम्मान है क्या पत्रकारों का अपना सम्मान नही है, अनूपपुर के किस पत्रकार को आप से न कोई लालसा है और न यहां के पत्रकार आप के सोच के हिसाब से चलने वाले है, तो साहब जरा ध्यान से निडर,निष्पक्ष,और शालीनता की मिशाल है अनूपपुर के पत्रकार ,जरूरत है राजनैतिक आकाओं को अपने जुबां पर पत्रकारों के साथ अपराधियों जैसा बर्ताव करने से बाज आये और जुबान पर शालीनता लाये।