मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत में भ्रस्टाचार का नाता चोली दामन का है जनपद पंचायत की कुर्सी पर जो भी बैठता है यंहा की जादू में कजो जाता है इन्ही वजहों से अक्सर विवादों में घिरा रहता है क्यों कि जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के अंर्तगत आने वाले ग्रामपंचायत में पदस्थ सचिव और रोजगार सहायकों ने भ्रस्टाचार की इबारत लिखने में महारत हासिल जो कर लिया है।
ताज़ा मामला जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्रामपंचायत गिरारी खुर्द का है जहाँ पदस्थ रोजगार सहायक भूपेन्द्र सिंह ने बिना कार्य के ही दूसरों के नाम पर पैसा आहरण कर सारी हदें पार कर दी शासन की योजनाओं में जमकर पलीता लगा रहा है हितग्राही मूलक योजनाओं में फर्जी मास्टर रोल में गोलमाल कर पैसे निकाल लेना रोजगार सहायक के लिये बाये हाथ का खेल बन चुका है रोजगार सहायक अपने गांव में रसूखदार व्यक्ति है जिसकी वजह से अगर कभी किसी ने आवाज़ उठानी चाही तो उन्हें डरा धमका कर चुप करा दिया जाता है और बड़े आराम से रोज़गार सहायक भूपेंद्र सिंह निडर हो कर भ्रस्टाचार को अंजाम दे रहा है और जिसका खामियाजा गिरारी खुर्द के ग्रामीणो को भुक्तना पड़ रहा है और शासन से मिलने वाले बहुत सारे योजनाओं से हाथ धो बैठते है इसके बाद न्याय के लिए जनपद में भटकते रहते है।
फ़र्ज़ी हाजरी लगा निकाल लिए पैसे
ग्रामपंचायत गिरारी खुर्द में मेड़बंधान 12/02/2020 को हितग्राही शशिकला सिंह को एक एकड़ पचहत्तर डिसमिल खेत मे 30878 हजार रुपये की राशि स्वकृति की गई थी जिसके बाद पीड़िता ने आरोप लगाते हुए बताया कि रोजगार सहायक भूपेंद्र सिंह के द्वारा उक्त भूमि में सिर्फ एक दिन कार्य कराया गया उसके बात आज दिनांक तक किसी भी तरह का कोई कार्य नही हुआ और तीन हफ्ते का फर्जी मस्टररोल मजदूरी भुक्तना के नाम पर 26235 रुपये निकाल लिया गया है जिसके बाद हितग्राही शशिकला के परिजन लगातार जनपद पंचायत के अधिकारियों के पास लिखित शिकायत दी हैं और सी एम हेल्पलाइन में भी शिकायत की जिसका शिकायत क्रमांक 12456200 है लेकिन आज तक पीड़ित को न्याय नही मिल पाया है ।
जिससे यह तो स्पस्ट होता है कि रोजगार सहायक भूपेंद्र सिंह को जनपद पंचायत में बैठे अधिकारियों का अभयदान जो मिला हुआ है।
रोजगार सहायक पर सिंह साहब की कृपा
ग्रामपंचायत गिरारी खुर्द के रोजगार साहयक भूपेंद्र सिंह के ऊपर लग रहे भ्रस्टाचार के आरोप की शिकायत आला अधिकारियों तक पहुंच चुकी है लेकिन भूपेंद्र सिंह के खिलाफ कार्यवाही करने में अधिकारी क्यों घबरा रहे हैं अतिरिक्त प्रोग्रामिंग अधिकारी अरविंद सिंह । सूत्र बताते है कि भूपेन्द्र सिंह साहब का चहेता रोजगार सहायको में से एक है अब इनके बीच क्या रिश्ता है ये तो वो ही जाने । अरविंद सिंह जब से पुष्पराजगढ़ में मनरेगा की कमान सम्हाले हैं तब से पंचायतों में पदस्थ रोजगार सहायकों को हौसले बुलंद है क्यों कि ऐ पी ओ साहब का खूब खयाल रखा जाता है इसी वजह से नरेगा जैसे हितग्राही मूलक योजनाओ में फर्जी मस्टर रोल के माध्यम से मजदूरी भुकतान निकाल कर भ्रस्टाचार की भेट चढ़ा दी जाती है हमारे यहाँ एक कहावत है अल्ला महेरबान तो गधा भी पहलवान।