अनूप दुबे की रिपोर्ट
छतरपुर-1 अप्रैल से छतरपुर नगर के खेल ग्राम परिसर में पूज्य संत बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में आयोजित किये जा रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत कथा का आयोजन अब तक के इतिहास का सबसे अनूठा आयोजन होगा। उक्त धार्मिक आयोजन के अंतर्गत सातों दिन की कथा मानवता के उत्कर्ष की मनोकामना को समर्पित होगी।
छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया के द्वारा आयोजित इस महायज्ञ में पूज्य संत बागेश्वर धाम सरकार सातों दिवस की कथा के सम्बंध में एक विस्तृत रूपरेखा बना चुके हैं।
उन्होंने बताया कि पहले दिन की कथा वर्तमान में मौजूद कोरोना महामारी के संकट को हरने के लिए श्री हनुमान जी महाराज को समर्पित होगी। दिनांक 01 अप्रैल को कथा के प्रारंभ के साथ साथ श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया जाएगा। दूसरे दिन 02 अप्रैल की कथा देश को इस मुश्किल परिस्थिति से बचाने वाले कोरोना योद्धाओं को समर्पित होगी। इस दिन की कथा में पूज्य संत कोरोना योद्धाओं की सुख सम्रद्धि और स्वस्थ्य की कामना करते हुए उन्हें मंच से अपने कर कमलों द्वारा सम्मानित भी करेंगे।तृतीय दिवस 03 अप्रैल की कथा सीमाओं पर डटे देश के वीर जवानों एवं देश के लिए बलिदान हुए शहीदों को समर्पित की जाएगी।चौथे दिन 04 अप्रैल की कथा हमारे वीर पुलिस कर्मियों को समर्पित होगी जिनके कंधे पर समाज की सुरक्षा का भार होता है। पांचवे दिन 05 अप्रैल की कथा सम्पूर्ण राष्ट्र की सुख सम्रद्धि और वैभव की उन्नति को समर्पित होगी। छठवें दिवस 06 अप्रैल को कथा के साथ साथ निर्धन परिवारों की कन्याओं का परिणय समारोह होगा अतः यह कथा कन्याओं और देश की नारी शक्ति को समर्पित होगी। सातवें दिन 07अप्रेल को कथा का समापन पूज्य सन्त के विराट संकल्प ‘गौशाला नही उपाय,एक हिन्दू एक गाय’ को समर्पित होगी । कथा की पूर्णाहुति के साथ साथ महाराज सभी श्रद्धालुओं को गाय पालने के लिए प्रेरित करेंगे । कथा के उपरान्त आठवे दिन 08 अप्रैल को खेलग्राम में भव्य भंडारा एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा।
प्रतिदिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम, विभूतियां होंगी सम्मानित
श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के सेवक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया ने बताया कि कथा प्रतिदिन शाम 04 बजे से रात्री 8 बजे तक चलेगी । तदोपरान्त मंच पर क्षेत्रीय बुन्देली कलाकारों द्वारा भजन,कीर्तन,लोकगीत,लोकनृत्य की मनोहारी प्रस्तुतियां दी जाएंगी साथ ही पूज्य सन्त के कर कमलों से समाज की उन विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा जिनके कार्यों से मानवता का कल्याण होता है । चतुर्वेदी ने क्षेत्र के सभी श्रद्धलुओं एवं धर्मप्रेमी जनमानस को कथा का लाभ लेने की अपील की है।