परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
आ गए-आ गए, देखो वो आ रहे हैं। ये तो करोड़ों की संख्या में हैं। ओह त्तेरी…, ये क्या हुआ। अरे दरवाजे खिड़कियां बंद कर लो, ये घरों में घुस रहे हैं। बच्चों को अंदर ले लो। वीडियो बनाओ, फोटो खींच लो। अरे ये तो मल भी कर रहे हैं। भयंकर बदबू आ रही है। अपने शरीर को बचाओ, भागो-भागो….।
सोमवार शाम टिड्डी दल जब यमुनापार से आगरा में घुसा तो लोगों में इस तरह का का खौफ दिखाई दिया। छलेसर और शाहदरा होते हुए दल यमुनापार इलाके में पहुंचा, खलबली मच गई। बाहर खुले में निकले लोग ठिठक गए। टिड्डियों का झुंड झपट्टे मार रहा था। टिड्डी दल की बदबू से यहां लोगों की हालत खराब हो गई।
हाल तब बुरा हुआ जब टिड्डे घरों में घुसने लगे। दरवाजे और खिड़कियों से होकर कमरों में आने लगे। बाहर खड़े होकर वीडियो बनाने वाले भी अंदर की ओर भागे और थालियां बजाना शुरू कर दिया। काफी देर तक बुरा हाल रहा। लोगों ने गाड़ियां किनारे खड़ी कर दीं और हार्न बजाना शुरू कर दिया। इसके बाद टिड्डियों का गैंग बल्केश्वर, कमलानगर, जीवनी मंडी और गधापाड़ा की ओर देखा गया। जब दल यहां से विदा हुआ तो लाखों टिड्डयां सड़कों पर पड़ी थीं।
मल से संक्रमण तो नहीं फैलेगा
टिड्डियों का मल सड़कों पर बिखरा है। छतों पर और खुले स्थान में फैला पड़ा है। इससे लोगों के मन में आशंका है। कहीं इसके संपर्क में आने पर किसी तरह का संक्रमण तो नहीं फैलेगा, इसे लेकर चर्चाएं होती रहीं। लोग बहुत जरूरत होने पर ही बाहर निकले। छोटे बच्चों को घरों में बंद कर दिया। खिड़की और दरवाजे पूरी तरह बंद कर दिए गए।
ऐसी कबहु न देखी बरात, खूब बजीं थारी और परात
सोमवार शाम आसमान में टिड्डी दलों की बरात देखकर ताजनगरी में लोगों के छक्के छूट गए। अपने इलाके से टिड्डियों को भगाने के लिए लोगों ने खूब बर्तन बजाए और अन्यान्य उपाय किए। जिस भी इलाके से दल गुजरे पहले से सतर्क लोगों ने उनको रुकने नहीं दिया। भड़ली नवमी के मौके पर टिड्डियों की बरात देखकर ताजनगरी के लोग कह उठे-ऐसी कबहु न देखी बरात, खूब बजीं थारी और परात।