शशांक तिवारी की रिपोर्ट
अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के चलते चर्चित फेरुमान परिवार के सदस्य और सामाजिक राजनीतिक सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल शहीद फेरुमान अकाली दल के अध्यक्ष युवा महंत जसबीर सिंह दास ने आज “नया भारत दर्पण समाचार” के ब्यूरो से खास बातचीत की। उनके सामने हमने पंजाब में फैला कोरोना संकट के खास पहलू पर चर्चा की।
दिग्गज राजनितीज्ञ दिग्विजय सिंह ने कुछ ही समय पहले कहा था कि पंजाब में कोरोना के संक्रमण में नांदेड़ से आए सिख श्रद्धालुओं का बहुत बड़ा हाथ है।
हमारी इस बात पर महंत ने कहा कि,नांदेड़ साहिब में गए हुए लोग किसी संगठन का प्रतिनिधित्व नहीं करते थे। वे व्यक्तिगत हैसियत से गुरुद्वारा में मत्था टेकने गए थे। वहां व्यक्तिगत हैसियत से ही ठहरे थे। लॉकडाउन में फंस गए। संक्रमण का शिकार हो गए। सरकार उनको वापस पंजाब ले आई। इसमें क्या गलत हुआ?
पंजाब सरकार ने इन पंजाबियों को लाने में प्रोटोकॉल के हिसाब से नियमों का पालन नहीं किया, यह तो हो सकता है लेकिन पंजाब में कोरोना फैलाने में सिख जिम्मेदार हैं, यह कैसे कहा जा सकता है?
महंत ने कहा कि, ये सारी बेबुनियाद बयानबाजी अकाली दल के लोग कर रहे हैं। इनको कुछ भी कह देने में कोई सोचने समझने की जरूरत नहीं महसूस होती। जब श्रद्धालु नांदेड़ साहिब में थे तो अकाली दल वालों ने शोर मचाया कि पंजाब सरकार उन्हें वहां से लाने का बंदोबस्त नहीं कर रही। अमरेंद्र सिंह सरकार ने आज उन्हें वापस लिवा लाई तो भी अकाली दल वालों की चिल्ल पौं नहीं थम रही। इन्हें सिर्फ शोर मचाने आता है। सरकार को सहयोग देने की बजाय इन्हें टांगें अड़ाने की आदत है।’
महंत जसबीर सिंह ने कहा कि, सरकार को सहयोग करना चाहिए अन्यथा हम लोग अपनी और देश की सुरक्षा को महफूज नहीं रख सकते। अमरेंद्र सिंह सरकार ने अब तक किसी प्रकार से व्यक्तिवाद की राजनीति नहीं की। पंजाब की भलाई के साथ जनमानस के लिए उनका हर प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। ‘
शहीद फेरुमान अकाली दल के अध्यक्ष महंत जसबीर सिंह दास ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी अमरेंद्र सिंह सरकार के साथ है और आपदा के इस दौर में उन्हें हर तरह से सहयोग के लिए तैयार है।