जालंधर। फिल्लौर के गांव भारसिंहपुर में शिव मंदिर के पुजारी संत ज्ञान मुनी और वहां पर सेवा करने वाली लड़की सिमरन को गोली मारने वाले मामले में भी एनआइए की टीम ने पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि इस केस के तार भी किसी बड़े मामले से जुड़े हो सकते हैं। भारसिंहपुरा में पहले भी एनआइए की टीम आ चुकी है। तब विदेशों में बैठे आतंकियों और उनके साथियों को फंडिंग करने के मामले में जांच हुई थी।
विदेश में बैठे आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के यूके में रहने वाले साथी हरदीप सिंह निज्जर की गांव भारसिंहपुरा में प्रापर्टी थी और एनआइए ने उसे सील किया था। अब फिर से एनआइए की टीम ड्रग्स मामले में आतंकियों को फंडिंग करने की जानकारी पर ही गांव पहुंची। वीरवार को वह नशा तस्कर चिंटू के घर भी पहुंची थी लेकिन घर पर ताला लगा था। 31 अक्टूबर को नशा तस्कर चिंटू की 13 गोलियां मारकर की गई हत्या के बाद सामने आया था कि हत्याकांड के पीछे ड्रग्स का कारोबार ही था। जेल में बैठे नशा तस्करों की मोबाइल डिटेल से पता चला था कि ड्रग्स तस्करी का मामला आतंकी संगठनों को फंडिंग करने से जुड़ रहा है। इसके बाद एनआइए की टीम फिल्लौर पहुंची थी और चिंटू के घर भी पहुंची थी। टीम को पता चला है कि चिंटू का परिवार लुधियाना शिफ्ट हो गया है, ऐसे में एनआइए लुधियाना में उसके परिजनों से बातचीत कर सकती है।
पुजारी पर गोलियां चलाने वाले नहीं पकड़े गए
दो महीने पहले फिल्लौर के भारसिंहपुरा गांव में सुबह मंदिर में कार्यक्रम के दौरान बाइक आए दो बदमाशों ने पुजारी संत ज्ञान मुनि पर गोलियां चलाई थी। उन्हें तीन गोलियां लगी थी। सिमरन नाम की युवती ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी दो गोलियां मारी गई थी। मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। बताया जा रहा है आरोपित मोगा के हैं लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।