विवेक चौबे की रिपोर्ट
जमुई। बिहार-झारखंड के हार्डकोर नक्सली बादल उर्फ अख्तर अंसारी को एसटीएफ के जवानों ने सोमवार की देर रात जुमई जिला के चानन के जंगली इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। वह गिरिडीह के बेंगाबाद थाना क्षेत्र का रहनेवाला है।
बादल जंगली इलाके में सक्रिय रहे हार्डकोर अरविंद यादव उर्फ अविनाश दा का काफी करीबी माना जाता है। बादल अपने कुछ सहयोगियों के साथ बिहार के जमुई और चानन के सीमावर्ती क्षेत्र में भ्रमण कर रहा था। जमुई पुलिस को इसकी गुप्त सूचना मिली थी। पुलिस ने एसटीएफ जवानों के सहयोग से सीमावर्ती इलाके में जाल बिछा दिया। पुलिस जवानों ने बादल व उसके एक सहयोगी को धर दबोचा। नक्सली के पास से किसी प्रकार की कोई हथियार बरामद होने की कोई सूचना नहीं है। बादल बेंगाबाद थाना क्षेत्र के लुप्पी का बताया जाता है। वह पिछले एक दशक से नक्सली संगठन में काफी सक्रिय और संगठन का बड़ा नेता माना जाता है। झारखंड बिहार की पुलिस बादल को लंबे समय से तलाश रही थी। बादल इनामी हार्डकोर नक्सली है। सरकार ने उसके ऊपर इनाम की घोषणा भी की है। हालांकि जमुई एसपी ने इनामी नक्सली होने की बात की पुष्टि नहीं की है।
दर्जनों मामले में वांछित है हार्डकोर नक्सली बादल
जमुई एसपी प्रमोद मंडल ने कहा कि बादल उर्फ अख्तर दर्जनों मामले का वांछित हार्डकोर है। चकाई थाना क्षेत्र के खैरा, लखीसराय, चकाई सहित दर्जन भर मामले में बादल नामजद है। चकाई में एक साथ दो लोगों की हत्या के मामले में बादल नामजद है। चकाई थाना के कांड संख्या 13/19 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा खैरा के लखारी जंगल में पुलिस मुठभेड़ मे भी एक की हत्या हुई थी। दर्जन भर मामले में बादल की संलिप्तता पाई गयी है। पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि संदिग्ध स्थानों पर लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है।
17 साल की उम्र में घर से निकल गया था बादल
बेंगाबाद थाना क्षेत्र स्थित लुप्पी निवासी अख्तर उर्फ बादल 17 वर्ष की अवस्था में मजदूरी करने प्रदेश जाने की बात बताकर घर से निकला था। एक दशक बीत जाने के बाद भी वह घर वापस नहीं लौटा था। परिजन को इसका पता तक नहीं है कि बादल किस प्रदेश में मजदूरी कर रहा है। बादल की शादी नहीं हुई थी। वह सात भाई में सबसे छोटा है। इस बीच बादल उर्फ अख्तर अंसारी के जमुई इलाका में गिरफ्तार होने की सूचना से क्षेत्र में खलबली मच गई है।
बता दें कि बेंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में वर्षों पहले नक्सली गतिविधियां थी। पुलिस की सक्रियता से इस इलाके में नक्सली नहीं पनप पाए। इसके पूर्व लेवी के लिए नक्सलियों ने आधा दर्जन मजदूरों को बदवारा से अगवा कर लिया था। सड़क निर्माण कार्य में लगे रोलर व ट्रैक्टर को नक्सलियों ने फूंक डाला था। पुलिस की सक्रियता से दो दिनों के बाद अगवा मजदूरों को सकुशल रिहा करा लिया गया था। इसके पूर्व भी नक्सलियों ने बेंगाबाद इलाके में दहशत फैलाने की नीयत से अंधाधुंध पोस्टरबाजी की थी। लुप्पी से पूर्व में मारक दस्ता की महिला नक्सली को भी जमुई पुलिस ने वर्षों पहले गिरफ्तार किया था।