प्रधान संपादक की रिपोर्ट
लेखपाल भर्ती मुख्य परीक्षा में साल्वर गिरोह को पकड़ने के बाद एसटीएफ संदिग्ध अभ्यर्थियों की तलाश में है। संदिग्धों को चिंहित करने के लिए एसटीएफ ने एक फार्मूला तैयार किया है। इसे उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के साथ साझा भी किया गया है। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बुधवार को बताया कि एसटीएफ से सभी सूचनाएं साझा की जा रही हैं। अब तक पुलिस टीम ने जो भी जानकारी मांगी थी, उसे उपलब्ध कराया गया है।
ब्लैकलिस्ट किए जाएंगे संदिग्ध अभ्यर्थी
आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि एसटीएफ ने परीक्षा में बैठे 15 हजार टापर्स की सूची मांगी है। हालांकि अभी तक कापी नहीं जांची गई है। रिजल्ट घोषित कर एसटीएफ को सूची उपलब्ध कराई जाएगी। अगर इस दौरान कोई संदिग्ध अभ्यर्थी मिलता है तो उसे आयोग की ओर से ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। एसटीएफ की ओर से पत्राचार कर कुछ और भी डाटा मांगे गए हैं, जो उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे पहले भी कुछ जानकारी मांगी गई थी, जिन्हें आयोग ने एसटीएफ को सौंपे थे।
21 लोगों की कुंडली खंगाल रही एसटीएफ
उधर, एसटीएफ की टीम लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान प्रदेश भर से पकड़े गए साल्वर गिरोह के 21 लोगों की कुंडली खंगाल रही है। आरोपितों ने साल्वर को बिठाने के लिए प्रति अभ्यर्थी 10-10 लाख रुपये लिए थे। गिरोह में शामिल लोगों से हुई पूछताछ में एसटीएफ को कई अहम जानकारी मिली है, जिसके आधार पर कई केंद्र व्यवस्थापक और स्कूलों के प्रबंधक भी एसटीएफ की राडार पर हैं।
ऐसे पकड़ा गया गिरोह
31 जुलाई को लेखपाल भर्ती मुख्य परीक्षा हुई थी। इसमें दो लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया था। यह परीक्षा अयोध्या, अलीगढ़, आगरा, बरेली, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ व वाराणसी के कुल 501 परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10 बजे से 12 बजे तक एक पाली में संपन्न हुई। इससे पहले एसटीएफ को परीक्षा में साल्वर गिरोह के शामिल होने की जानकारी मिल गई। इसके बाद प्रयागराज, लखनऊ, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर नगर, बरेली, बलिया व गोंडा से गिरोह में शामिल कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरोह का मुख्य आरोपित विजय कांत पटेल लेखपाल परीक्षा में साल्वर बिठाने के लिए प्रति अभ्यर्थी 10-10 लाख रुपये लिए थे।