रघु यादव की रिपोर्ट
मस्तूरी। तहसील कार्यालय के नयाब तहसीलदार शेषनारायण नारायण जायसवाल ने फर्जी तरीके से 9 एकड़ शासकीय जमीन को कर दी लोगो की नाम पर रजिस्ट्री l
मस्तूरी एसडीएम मोनिका वर्मा ने जांच के लिए की टीम गठित दो आर आई और 3 पटवारियों की टीम बनाकर करवाया जाएगा जांचl
गांव वालों ने फर्जी तरीके से शासकीय भूमि को दूसरे के नाम पर रजिस्ट्री करने को लेकर राजस्व मंत्री से लेकर कलेक्टर तक की है शिकायतl
बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम भुरकुंडा में शासकीय भूमि को दो लोगो के नाम पर बटांकन कर दिया गया है भ्रष्टाचार की गढ़ कहे जाने वाले मस्तूरी में फिर एक बार बड़ी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है जिसमे शासकीय अधिकारी मिल कर छ.ग.शासन को करोड़ो रूपये का चूना लगा रहे है बता दे की 9 एकड़ रकबा 488 वाले शासकीय घास भूमि को फर्जी तरीके से पटवारी राजीव टोन्डरे और नायाब तहसीलदार शेषनारायण जायसवाल की मिली भगत से शासकीय भूमि से निजी जमीन में बदल दिया गया अशोक दिनकर पिता लखन लाल के नाम पर 6 एकड़ 15 डिसमिल और बंशी पिता नारायण के नाम पर 3 एकड़ जमीन के नाम से पर्ची जारी कर ऑनलाइन रिकार्ड में भी चढ़ा दिया गया है।
ग्राम भुरकुंडा निवाशी मोहना ने रकबा संख्या 488 पर सन 1990 से काबिज था जो की एक शासकीय भूमि दरसा रहा था लेकिन 2006 -7 में मोहना के नाम पर ऑनलाइन दिखाने लगे मोहना के गुजर जाने के बाद 2011 – 12 में उनके पुत्र मंशा राम के नाम पर दरसाने लगा फिर अचानक 20018 को बंशी और अशोक के नाम पर चढ़ा दिया गया है ।
अशोक पिता लखन ग्राम भुरकुंडा के ग्राम पंचायत में पंच पद पर है साथ ही उनकी पत्नी जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 20 से जनपद सदस्य है जनप्रतिनिधि होने बावजूद भी इस तरह की काले धंधे में लिप्त है इन पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नही है ।
आपको बता दे कि पूरा माजरा इस गांव के पास ksk पावर प्लांट खुलने वाला है जिस वजह से विभागी अधिकारी मोटी रकम लेकर शासकीय जमीन को निजी जमीन में बदल दिया जा रहा हैl मस्तूरी एसडीएम में मामला को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित की है जांच में सही रिपोर्ट मिलने पर उचित कारवाई किया जाएगाl