सन्नी यादव की रिपोर्ट
जांजगीर-चापा । कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने आज नवागढ़ विकासखंड के ग्राम महंत में आयोजित वृक्षारोपण समारोह में शामिल हुए। ग्रामीणों से कहा कि राज्य सरकार की मंशानुसार जिले के हर गांव को आजीविका का केंद्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों को गांव में ही रोजगार मिलेगा। पलायन की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। उन्होंने ग्राम महंत में गौठान और उद्यान विभाग के द्वारा नर्सरी स्थापित करने की सहमति देते हुए कहा कि इसमें गांव के लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। ग्रामीणों की मांग पर ग्राम महंत पहुंच मार्ग को डब्ल्यूबीएम बनाने का प्रस्ताव भेजने के लिए ग्राम पंचायत के कर्मचारियों को निर्देश दिए।
गांव के चण्डी मंदिर में पूजा अर्चना कर कलेक्टर ने जिलेवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। शहीद रामकुमार कश्यप स्मृति परिसर, मिनी स्टेडियम और मंदिर परिसर के नवग्रह वाटिका में पौधरोपण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थ राज अग्रवाल, पंचायत सदस्य श्री राजकुमार साहू, लखन साहू सरपंच श्रीमती बद्रिका बाई भी उपस्थित थे।
किफायत से पानी का उपयोग कर वर्ष में 3 फसल ले सकते हैं
कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में नहरों के माध्यम से सिंचाई सुविधा पर्याप्त है। इस पानी का किफायत से उपयोग कर एक वर्ष में 3 फसल ली जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि किसान धान के अलावा अधिक लाभ वाले दलहन, तिलहन, मसाला, सब्जी वाले नगदी फसल लगाकर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि सरकार की योजना के तहत जिला प्रशासन द्वारा किसानों को हरसंभव मदद दी जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि दूग्ध उत्पादन, बकरी पालन, मछली पालन जैसे व्यवसाय को भी राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में वन क्षेत्र बहुत कम हैं। इसके लिए इस वर्ष नौ लाख से अधिक पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य शासन द्वारा एक लाख 86 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया था। जिला प्रशासन की पहल पर इसे बढ़ाया गया है। इस कार्य में ग्रामीणों की सहभागिता महत्वपूर्ण है।
गौठान बनेगा आजिविका का केन्द्र –
कलेक्टर ने कहा कि अन्य सुविधाओं के विकास के साथ-साथ रोजगार उन्मूलक कार्यों को प्राथमिकता के साथ स्वीकृति दी जाएगी। महिला स्व-सहायता समूहों के साथ युवा संगठनो को भी रोजगार उपलब्ध होगा। राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के तहत गांव के शासकीय भूमि में गौठान और चारागाह बनाया जा रहा है। इससे शासकीय भूमि अतिक्रमण से मुक्त होगा। स्थानीय युवा और महिला स्व-सहायता समूह को रोजगार भी मिलेगा। शासकीय भूमि अधिक होने पर बकरी पालन, सब्जी उत्पादन, मछली पालन आदि को बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार की योजना के तहत विभिन्न व्यवसायों के लिए महिलाओं और पुरूषों को उनकी रूचि के अनुसार व्यवसाय के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण की सुविधा भी दी जाएगी।
कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थ राज अग्रवाल और श्री देवेश सिंह ने भी संबोधित कियां। श्री देवश सिंह ने गांव के समृद्ध इतिहास और अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से अब तक कृषि के क्षेत्र में उपलब्धि की जानकारी दी। उन्होंने फौज में भर्ती होकर देश सेवा कर रहे गांव के युवाओं को जिले का गौरव बताया। कार्यक्रम के दौरान त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि सहित ग्रामीण उपस्थित थे।