हरिश साहू की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा जिले के जनपद पंचायत पामगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत भवतरा में रोजगार गारंटी में धांधली करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की है ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत भवतरा में वर्ष 2019 20 में जूना तालाब में 9.96 लाख नया तालाब में चार लाख दरी तलाब में 10 लाख मनरेगा के तहत गहरीकरण एवं पिचिंग कार्य कराया गया है उक्त कार्य में सचिव सरपंच रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायक द्वारा ग्राम पंचायत के पेंशन धारी एवं उप सरपंच पति अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति पूर्व अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति पूर्व सरपंच एवं जॉब कार्ड क्रमांक 184 में जॉब कार्ड धारी के बजाय अन्य पेंशन धारी के नाम से फर्जी ढंग से राशि आहरण किया गया है इसी प्रकार जो व्यक्ति कार्य नहीं किया है है उनका भी नाम फर्जी तरीके से डालकर राशि का गबन किया गया है ग्रामीणों ने पूरी मामले की शिकायत जिला कलेक्टर एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पामगढ़ को आवेदन देकर उचित कार्यवाही करने की मांग की है बता दें कि अभी सरपंच चुनाव को साल भर भी नहीं हुए और सरपंच सचिव रोजगार सहायक का कारनामा शुरू हो गए हैं ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि शुरुआत में सरपंच इस तरीके से फर्जीवाड़ा कर रहा है तो आने वाले समय में सरपंच क्या कुछ नहीं करेगा यदि ऐसा ही चलता रहा तो सरपंच ग्राम पंचायत में विकास के लिए आने वाले राशि का दुरुपयोग कर अपनी जेब भरते रहेगा बरहाल अब पूरी मामले की शिकायत होने के बाद आला अधिकारी सरपंच सचिव रोजगार सहायक के ऊपर क्या कार्यवाही करती है या तो देखने वाली बात होगी या फिर इस मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल कर मामला रफा-दफा कर दिया जाता है
शुरुआत में हाल तो आने वाले समय में क्या होगा
जिस प्रकार से सरपंच गांव के विकास के लिए मिलने वाली राशि का दुरुपयोग कर अपने चहेते लोगों का नाम फर्जी तरीके से मास्टर रोल में चढ़ाकर 3.50लाख फर्जी तरीके से आहरण करने की बात आवेदन में किया गया है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शुरुआत में सरपंच इस प्रकार अपने चहेते लोगों को फायदा पहुंचा रहे तो आने वाले समय में सरपंच गांव के विकास को छोड़कर अपने चहेते लोगों का ही विकास करने को अपना प्रथम प्राथमिकता दे सकता है क्योंकि शुरुआत में ही सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक की शिकायत कलेक्टर से की गई है ऐसे में सरस अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले 5 साल में सरपंच गांव के विकास का क्या हाल करेगा।
रोजगार गारंटी में भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करा रहे थे सरपंच
जब रोजगार गारंटी के तहत तालाब में गहरीकरण का कार्य चल रहा था तब ना तो तालाब में सोशल डिस्टेंस का पालन करा रहे थे और ना ही मजदूरों को किसी प्रकार की कोई सुविधा मिल रही थी यहां तक कि मजदूरों को मिलने वाली फर्स्ट किट और ना ही पीने का पानी और धूप से बचने के लिए छांव तक का व्यवस्था नहीं किया गया था पूरे खबर को प्राथमिकता के साथ दैनिक जशपुरान्चल अखबार में जगह दी थी जिसके बावजूद भी मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और सरपंच सचिव रोजगार सहायक के ऊपर किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई इससे तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरपंच को उच्च अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है तभी तो उनको यह सब करने की छूट दे रखी है।