सन्नी यादव की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा / राज्य सरकार की पहल पर मुनगा पौधा रोपण विशेष अभियान के तहत आज जिले के विभिन्न स्थानों पर समारोह पूर्वक मुनगा और अन्य फलदार वृक्षों के पौधों रोपे गये। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने आज पामगढ़ विकासखंड के ग्राम कमरीद में वन विभाग द्वारा आयोजित मुनगा रोपण महाअभियान में उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि राज्य शासन के निर्देश पर जिले में मुनगा सहित अन्य फलदार पौधों के रोपण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इससे जांजगीर-चांपा जिले के वन क्षेत्र में वृद्धि होगी वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार अवसरों में भी इजाफा होगा।
विषेश अभियान के तहत आज 1,74,972 पौधे रोपे गये
कलेक्टर के मार्गनिर्देशन में आज विभिन्न स्थानो पर 38 हेक्टेयर में मुनगा आम सहित विभिन्न प्रजाति के कुल 1,74,972 पौधे रोपे गये। जिला पंचायत क सीईओ श्री तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि वन विभाग द्वारा 9,000, महिला एवं बाल विकास द्वारा 46,335, जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर-24,250, जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती-9,169, जनपद पंचायत अकलतरा -5,700, बलौदा- 1,280, बम्हनीडीह -9,700, डभरा-9,112, जैजैपुर- 7,981, मालखरौदा-8,149, नवागढ़-8,730, पामगढ़-4,566 और सक्ती- 6,000 पौधे रोपे गये।
कलेक्टर ने कहा कि औषधीय गुणों से संपन्न मुनगा के उत्पादन से कुपोषण, एनीमिया से पीड़ित विशेष कर गर्भवती महिलाओं को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि मुनगा में प्रचुर मात्रा में आयरन, विटमिन बी और अन्य पौष्टिक तत्व मौजूद रहते हैं। कलेक्टर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार प्रसूति के बाद महिलाओं को मुनगा सब्जी खिलाई जाती रही है। उन्होंने न महिलाओं में रक्त अल्पता और आयरन की कमी को दूर करने इस परंपरा को अनवरत जारी रखने की जरूरत बताई।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, कलेक्टर श्री यशवंत कुमार सहित उपस्थित लोगों ने अभियान की शुरुआत करते हुए मुनगा के पौधे रोपे। गर्भवती, एनीमिक और अन्य लोगों को मुनगा सहित आम, अमरूद, जामुन आदि फलदार पौधे निःशुल्क वितरित किए।
कलेक्टर ने बताया कि इस वर्ष 10 लाख से ज्यादा विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिले में वृक्षारोपण अभियान आज से प्रारंभ कर दिया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि आगामी वर्ष जिले में वृक्षारोपण के लिए विभिन्न प्रजातियों के 50 लाख पौधों की नर्सरी तैयार करने का कार्य अक्टूबर माह से प्रारंभ हो जाएगा। इसके लिए वन , उद्यान, रेशम सहित अन्य विभागों को लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण के लिए अर्जुन पौधे भी तैयार किए जायेंगे। इससे जिले के कोसा कपड़ा बनाने वाले गृह उद्योगों को इसका लाभ मिलेगा।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में एनीमिक महिलाओं की संख्या अन्य जिलों की तुलना में अधिक है। जिले के एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों की पहचान की गई है। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार के लिए सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। कोविड-19 संक्रमण मुक्त होने के पश्चात गरम भोजन योजना के तहत हितग्राही महिलाओं को चिकित्सकीय और मनोवैज्ञानिक परामर्श दिया जाएगा। जिसमें घर और शारीरिक स्वच्छता पर ध्यान देने, नियमित पौष्टिक भोजन लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा। योजना के तहत गर्म भोजन में अंडा देने का भी प्रावधान है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि खेती-किसानी के मामले में जांजगीर-चांपा जिला अग्रणी रहा है। जिले का सर्वाधिक कृषि रकबा सिंचित होने होने से उत्पादन भी अधिक होता है। धान के अलावा अन्य फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य शासन की योजना के तहत दलहन, तिलहन, सब्जी, भाजी, मसाला, फल के उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। कम समय में तैयार होने वाले धान की प्रजाति लगा कर दो फसल के स्थान पर तीन फसल लेने की भी तैयारी जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। उप वन मंडल अधिकारी श्री संचित शर्मा ने बताया कि राज्य शासन की पहल पर पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर मुनगा के पौधे वृहद स्तर पर लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में मुनगा के उत्पादन से लाभ होगा। मुनगा फल और भाजी में प्रचुर मात्रा में पौष्टिक तत्व उपलब्ध होने के कारण यह कुपोषित और एनीमिक लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। कार्यक्रम के दौरान वन विभाग, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी और ग्रामीण उपस्थित थे।