सन्नी यादव की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। हरेली त्योहार के मौके पर 20 जुलाई को होने वाले गोधन न्याय योजना के शुभारंभ एवं अन्य विभागीय कार्यों को लेकर जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल ने शनिवार को जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारियों की सिलसिलेवार समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना का शुभारंभ होने जा रहा है, इसलिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लें। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में गांवों की 201 गोठान एवं 15 नगरीय निकाय में बनी गोठान में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ होगा।
जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने कहा कि गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के मौके पर गोठान में गायों के लिए चारा, पानी के अलावा गोबर को तोलने के लिए आवश्यक उपकरण जरूर रखें, ताकि किसी तरह की कोई दिक्कत न आए। इस दौरान संबंधित जनप्रतिनिधियों को ससम्मान आमंत्रित करके बुलाया जाए। कार्यक्रम की मुनादी कराकर ग्रामीणों, पशुपालकों एवं लोगों को इसकी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के शुभारंभ होने से सीधा फायदा पशुपालकों, ग्रामीणों को होगा इसलिए जरूरी है कि गोठान की सतत मानीटरिंग की जाए एवं गोठान में सभी कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। समीक्षा बैठक में नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के तहत बनाए जा रहे गोठान, चारागाह की सिलसिलेवार समीक्षा की गई। उन्होंने गोठान में आजीविका संवर्धन से संबंधित प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। स्व सहायता समूहों द्वारा कौन-कौन सी गतिविधियां की जा रही है तथा उत्पादित सामग्रियों के विक्रय की जानकारी ली। इसके अलावा मनरेगा से बनाए जाने वाले चबूतरा निर्माण, पंचायत भवन, राष्ट्रीय हरित अभिकरण के तहत तालाबों, जल निकायों, के निर्माण के अलावा प्रत्येक गांव में न्यूनतम 1 तालाब, जल निकास के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव भेजने कहा गया।
201 गोठानों में होगा शुभारंभ
जिले में 201 गोठानों में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ होगा। अकलतरा विकासखण्ड की 20 गोठान में गोधन न्याय योजना शुरू होगी। इसके अलावा बलौदा जनपद की 17 गोठान, बम्हनीडीह की 12 गोठान, डभरा की 20 गोठान, जैजैपुर की 26 गोठान, मालखरौदा की 25 गोठान, नवागढ़ में 20 गोठान, पामगढ़ में 23 गोठान एवं सक्ती जनपद पंचायत की 28 गोठान में योजना का शुभारंभ होगा। तो वहीं जिले की 15 नगरीय निकाय में निर्मित गोठान में शुभारंभ होगा।
गोठान के गोबर पर चरवाहों का अधिकार
बैठक में उन्होंने बताया कि गोठान में लाने वाले चरवाहों को उन पशुओं के गोबर पर अधिकार होगा, इससे उन्हें आर्थिक मदद मिलेगा और वे नियमित रूप से गोठान में मवेशियों को लाएंगे। वहीं गोठान में अगर कोई गोवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुपालक गोबर लेकर आता है तो उससे शासन द्वारा निर्धारित दर 2 रूपए किलोग्राम परिवहन व्यय सहित से क्रय किया जाएगा। 15 दिन के भीतर ही संबंधित गोबर का भुगतान पशुपालक के खाते में किया जाएगा। वहीं गोठान में बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट टैंक के माध्यम से संबंधित स्व सहायता समूहों के द्वारा खाद को तैयार कर उसे सोसायटी को बेचा जाएगा। गोठान समितियां पशुपालकों से खरीदे गोबर एवं बेची गई जैविक खाद का पूरा लेखा-जोखा भी रखेगी।