सन्नी यादव की रिपोर्ट
जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष-डाँ.चौलेश्वर चन्द्राकर ने अपने ग्राम सरहर में नागपंचमी की उत्शव में अपने गांव के गढ़ में जा कर पूजा पाठ किया व उस गढ़ की महिमा के बारे में गांव वालों से पूछने पर बतलाया गया कि यहॉं पर यह उत्शव 100 शाल पहले से मनाया जा रहा है। यह गढ़ हमारे क्षेत्र के सबसे बड़ा गढ़ है,24 एकड़ का रकबा गढ़ का 24 एकड़ रकबा का बंधवा तलाब है, शिव नाथ नदी के उस भाग में 18 गढ़ शिव नाथ नदी के इस पार 18 गढ़ जिसमें इस क्षेत्र के सरहर गढ़ आज भी स्थापित है। जहां प्राचीन काल के पुरातत्व पाए जाते है।यहाँ नाग पंचमी की उत्सव को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण संकट के वजह से गांव के लोगों द्वारा बिना बाजे गाजे के सिर्फ क्षेत्रीय लोकगीत गायन के माध्यम से अपने गांव को किसी भी बीमारी की संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए यह परंपरा को कायम रख कर नाग देवता को खुश करने का प्रयास किया गया।
डॉ. चौलेश्वर चन्द्राकर ने गढ़ के ऐतिहासिक धरोहर का उल्लेख करते हुऐ कहा कि कलचुरि काल मे इस गढ़ उल्लेख मिलता है राजीव लोचन मंदिर के शिलालेख में सरहरागढ़ का उल्लेख है बचपन से हम सभी लोग खेलकूद कर बढ़े हुये है।
इस अवसर उपस्थित गांव के सरपंच- राज कुमार चन्द्रा,पुष्पेंद्र चन्द्रा,रूपनारायण साहू,नरेश राठौर बाराद्वार,महेश जाटवर,सूरज बंजारे, आदि गांव के लोग उपस्थित थे।
उक्ताशय की जानकारी जिलाध्यक्ष-प्रतिनिधि-अनिल रत्थु राम चन्द्रा ने दिया।