सन्नी यादव की रिपोर्ट
महानदी शिवनाथ और जोंक नदी के संगम पर बसा खूबसूरत सा नगर, शिवरीनारायण। बिलासपुर से लगभग 67 km aur रायपुर से 123 km। नजदीकी रेल्वे स्टेशन चांपा 66 km या बिलासपुर है।
शिवरीनारायण जिले चांपा जांजगीर के अंतर्गत आता है। शिवरीनारायण नगर में स्थित बड़ी मंदिर जिसे भगवान शिवरीनारायण धाम से जाना जाता है, कहते हैं मंदिर का सम्बंध रामायण काल से होता है, मंदिर की कला कृति वैष्णव कला कृति कहलाती है, मंदिर का निर्माण ग्यारहवीं से बारहवीं के मध्य हैह वंश द्वारा करवाया गया।
पौराणिक कथाओं के अनुसार श्री राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां से गुजरे थे, और जहां उनकी मुलाकात माता शबरी से हुई, पर माता शबरी का आश्रम खरौद ग्राम में है।
शिवरीनारायण मंदिर परिसर में बहुत से रोचक चीज़े मौजूद हैं, जैसे कि रोहिणी कुंड जिसे अक्षय जल भी कहा जाता है, आम जनों का मानना है कि इसका जल कभी नहीं सूखता, मंदिर में एक पुराना और भव्य मंदिर भी है, जिस मे केशव नारायण स्थापित हैं, मंदिर को पत्थर को तराश कर बनाया गया है।
मंदिर में स्थित और भी रोचक तथ्य है जो कि आपको वहाँ जा कर महसूस करना चाहिए, पूरे परिवार के साथ जा सकते हैं। पार्किंग व्यवस्था थोड़ी कठिन है क्यूंकि मंदिर नगर की बीच में स्थित है और वहाँ तक पहुचने वाली सड़कों पर भीड़ भी काफी होता है, जब भी मौका मिले तो जरूर जाए और वहां की साफ सफाई बनाय रखे और संगम मे कुछ भी प्लास्टिक का कचरा ना फेंके।