सन्नी यादव की रिपोर्ट
रायपुर। राम मंदिर भूमिपूजन को लेकर उत्साह पूरे देश में दिखाई दे रहा है। राजधानी रायपुर में भी राम भक्तों का उत्साह कम नहीं है । राजधानी के पुरानी बस्ती स्थित सबसे प्राचीन श्री दूधाधारी मठ में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया है । इस अवसर पर श्री राम और जानकी का स्वर्ण श्रृंगार किया गया। खास बात यह रही है ऐसा पहली बार हुआ जब साल में तीन बार होने वाला स्वर्ण श्रृंगार चौथी बार किया गया। मन्दिर प्रांगण में भजन प्रभात का भी आयोजन किया गया । मंदिर में कोरोना काल के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को ध्यान में रख कर श्रद्धालु पहुँच कर, हिस्सा ले रहें है । इस अवसर पर लोक कलाकार दिलीप षड़ंगी ने राम लला से जुड़े भजन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष व मठ के महंत रामसुंदर दास , छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव विकास उपाध्यय समेत कांग्रेस नेता मौजूद रहे.महाराजबंध तालाब के सामने दूधाधारी मठ में भगवान श्रीराम-जानकी, भगवान बालाजी और हनुमानजी विराजे हैं। कहा जाता है कि यह मठ 500 साल पुराना है।
मठ के महंत बलभद्र दास हनुमानजी के परम भक्त थे। वे गाय के दूध से हनुमानजी का अभिषेक करके उसी दूध का सेवन करते थे। दूध के अलावा कुछ भी नहीं खाते थे। कालांतर में उन्हीं के नाम पर मठ का नाम दूधाधारी मठ रखा गया। मुख्य द्वार पर स्थापित स्मृति चिन्ह पर संवत 1610 और सन् 1554 अंकित है। मुगल काल में स्थापित मठ का पुनर्निर्माण अंग्रेजी शासनकाल में हुआ।