जागेशवर प्रसाद वर्मा रिपोर्ट
कसडोल । जनपद सी ई ओ द्वारा मनरेगा सहित अन्य निर्माण कार्यों में खुलेआम चार प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने से आक्रोशित ग्राम पंचायत सरपंचों ने जनपद सी ई ओ का घेराव कर नारेबाजी की , बाद में सी ई ओ द्वारा अब कमीशन नहीं मांगने की बात कही ।
जनपद पंचायत कसडोल के सी ई ओ नेहरुल माहेश्वरी का अचानक स्थानांतरण हो जाने के बाद उनके स्थान पर 31 अगस्त को नए सी ई ओ के रूप में बसन्त कुमार चौबे ने प्रभार लिया है । नव पदस्थ सी ई ओ बसन्त कुमार चौबे ने कार्य भार लेते ही क्षेत्र के सरपंचों से मनरेगा सहित अन्य सभी तरह के निर्माण कार्यों में सरपंचों से खुलेआम कमीशन की मांग करने लगे । प्राप्त जानकारी के अनुसार सी ई ओ ने ग्राम पंचायत छरछेद के सरपंच भरत दास मानिकपुरी से छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के तहत बन रहे गोठान निर्माण कार्य के फाईल में हस्ताक्षर करने के बदले तीन प्रतिशत कमीशन की मांग की जिस पर सरपंच द्वारा मनरेगा के कार्य में कमीशन देने में असमर्थता जताई तब सी ई ओ ने उसके फाईल में हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया । इसी तरह ग्राम पंचायत बलौदा ( ह ) के सरपंच अजय पटेल से चार प्रतिशत कमीशन की मांग की । ग्राम पंचायत हटौद के सरपंच सत्यनारायण पटेल से भी गोठान एवं धान खरीदी केन्द्र में बनाए गए चबूतरा के फाईल में हस्ताक्षर करने के एवज में चार प्रतिशत कमीशन की मांग की । सरपंचों से मनरेगा के निर्माण कार्यों में खुलेआम तीन से चार प्रतिशत कमीशन मांगने से सरपंचों में आक्रोश व्याप्त हो गया और सरपंच संघ के अध्यक्ष श्रीमती ऊषा गोरे लाल साहू ,कोषाध्यक्ष भरत दास मानिकपुरी के साथ सभी सरपंच जिला पंचायत सभापति गोरेलाल साहू के नेतृत्व में जनपद पंचायत का घेराव कर जनपद सी ई ओ बसन्त कुमार चौबे मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे । सरपंचों द्वारा नारेबाजी किए जाने से घबराकर सी ई ओ बसन्त कुमार चौबे ने सरपंचों के पास आकर नारेबाजी नहीं करने और भविष्य में किसी तरह की कमीशन नहीं मांगने की बात कही ।घेराव करने वाले सरपंचों मे अध्यक्ष श्रीमती ऊषा गोरेलाल साहू ( खैरा ), भरत दास मानिकपुरी ( छरछेद ) ,अजय पटेल ( बलौदा ) , सुरेन्द्र निषाद ( टेमरी ), अटल संत राम कश्यप ( भदरा ) , सत्यनारायण पटेल ( हटौद ) , निरूपा सांय ( बम्हनी ) , विनय साहू ( सोनाखान ) , गोरेलाल साहू ( हसुआ ) , रमशीला वर्मा ( सर्वानि ) , धर्मेन्द्र पैकरा ( बोरसी ) ,कमल कंवर ( आमखोहा ) आदि शामिल थे । इस संबंध में सी ई ओ बसन्त कुमार चौबे ने कमीशन की बात से इंकार करते हुए कहा कि कार्य का निरीक्षण करने के बाद फाईल में हस्ताक्षर करने की बात कही ।