नागेंद्र टंडन की रिपोर्ट
बिल्हा निवासी जिसे उपाध्याय नाम से जाना जाता हैं, जो लकवा ग्रस्त मरीजो को आयुर्वेदिक, जड़ी बूटी की दवाई देकर इलाज करने में प्रसिद्धि प्राप्त है,जिसके सेवा भाव से हजारों लोगों की जान बच चुका हैं, जिसका एक ट्रक निल गिरी का लकड़ी हैं जिसे Tp के नाम पर परेशान किया जा रहा हैं,जबकि नीलगिरी का पेड़ इमारती लकड़ी में नही आता,बिलासपुर रेंज का वन स्टार द्वारा उक्त उपाध्याय को धौस दिखाकर 3 लाख रुपयों की मांग की जा रही,जिसका वन विभाग के वन स्टार द्वारा बिल्हा छेत्र के कोई जगह पर कल से रख गया हैं, और लगातार उक्त वन विभाग के 1 स्टार द्वारा रुपये का लेनदेन कर मामले को रफा दफा करने में जुटा हुआ हैl
टीपी मुक्त हैं नीलगिरी का लकड़ी-डीएफओ बिलासपुरl
वन विभाग के कुमार निशांत dfo बिलासपुर ने कहा कि नीलगिरी इमारती लकड़ी में नही आता ये लकड़ी Tp मुक्त हैं, अगर वन विभाग का कोई स्टॉफ ऐसा काम कर रहा हैं, तो बहुत ही गलत हैं,इसकी खबर लेता हु