जागेशवर प्रसाद वर्मा की रिपोर्ट
बलौदा बाजार जिले को भाजपा शासनकाल के दौरान महानगरी सिटी बस की सुविधा दी गई थी उस वक्त बदल गया जिले के भाटापारा और बलौदा बाजार के बीच सिटी बस का संचालन किया जा रहा था सिटी बस से यात्रा करने वाले लोग समय रहते अपने गंतव्य को पहुंच जाया करते थे सरकार द्वारा जीके सिटी बस सुविधा का लाभ प्रतिदिन रायपुर से आकर बलौदाबाजार नौकरी करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध करा रहे थे सिटी बस के संचालन को लेकर परिवहन संघ जिला प्रशासन के बीच लंबी खींचतान चली और बलौदा बाजार के बस ओके मालिकों ने हड़ताल कर दिया था जिसके कारण तत्कालीन जिला कलेक्टर सिटी बस को कसडोल पलारी मार्ग में नहीं चलाने का आश्वासन भी दिया था इसके बाद कई साल 8 महीने सिटी बस का संचालन भाटापारा बलौदाबाजार मार्ग पर नियमित रूप से होता है सिटी बस के चलने से आम लोगों को बहुत सारी सुविधाएं भी भेज दी थी साथ ही सिटी बस का किराया निजी वाहन मालिकों से कम होने के कारण आम आदमी की जेब कम है पड़ता था स्थानीय जिला प्रशासन आईटी विभाग के अधिकारी सिटी बस को क्यों बंद कर दिया गया इस पर जवाब देने से हमेशा बचते दिखते हैं पूर्व में बलौदा बाजार में कलेक्टर जेपी पाठक और कार्तिकेयन गोयल के कार्यकाल में भी सिटी बस के संबंध में उनसे लगातार बातचीत की गई उन्होंने इसे पूरा चालू करवाने का आश्वासन अवश्य दिया लेकिन किन कारणों से इन बसों का संचालन मुरादाबाद जिले में शुरू नहीं हो पाया इसके कारणों पर शोध का विषय है भूपेश गरीबों को सहूलियत देने वाली मानी जाती है ऐसे समय में राज्य के अन्य जिलों में चलने वाली सिटी बस सुविधा के तहत सिटी ब जातीऐसी जाती हैं ऐसे में वर्तमान समय में सबसे ज्यादा फायदा उन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को होगा जो प्रतिदिन बलौदाबाजार में अपनी ड्यूटी कर अपने घरों को बलौदा भाटापारा से होकर रेल मार्ग द्वारा अपने घरों को जाने आने का प्रतिदिन उपयोग करते हैं कोरोना महामारी के कारण जिले के अधिकांश निजी बस ऑपरेटर बसों को कम संख्या में सड़कों पर उतारे हैं और भाटापारा मार्ग पर अभी भी बसों का संचालन नहीं शुरू हो सका है इसका कारण है भाटापारा मार्ग पर चलने वाली ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर के द्वारा जिसका इस मौके पर विगत तीन-चार दशक से एक शतक आज चलता है ऐसे समय में जिला कलेक्टर पर चाहिए कि सिटी बसों को बलौदा बाजार जिले में बुलाकर कम से कम भाटापारा बलोदा बाजार पलारी शुरू करा कर शुरू करा कर जिले की जनता को राहत देने का काम हो सके।