रेशम वर्मा की रिपोर्ट
कसडोल – जंगलों की वन कटाई को रोकने सरकार सख्ती अपना रही है और पर्यावरण बचाने कई अहम योजनाए संचालित कर पेड़ लगा रहें हैं। ऐसे में वन विभाग के उदासीन रवैए से वनों की अवैध कटाई कर परिवहन करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।दरसल हम बात कर रहे है बिलाईगढ़ ब्लॉक के तेंदूदरहा व मुड़कट्टा इलाके के जंगल की । जहाँ बीते 15 दिनों से लगातार अवैद्य पेड़ो की कटाई कर परिवहन करने का शिकायत तेंदुदरहा के ग्रामीणों व वन समूह के लोगों को मिल रहा था। जिसकी शिकायत भटगांव डिपो रेंजर के पास अनेक बार कर चुके थे बावजूद कोई कार्यवाही नही की जा रही थी।
जिससे तेंदुदरहा के ग्रामीण व वन समूह के लोगों ने 18 सितंबर की रात्रि रातजगी कर जंगल की ओर से आ रही लकड़ी से भरी ट्रेक्टर को पकड़ ,ड्राइवर से पूछताछ की , ड्राइवर ने संतुष्ट पूर्वक जवाब नहीं दी और ट्रेक्टर वहीं छोड़ फरार हो गया। ग्रामीणों ने लकड़ी से भरी ट्रेक्टर को रातभर गांव में खड़ा कर देख रेख करता रहा। सुबह होते ही इसकी जानकारी बिलाईगढ़ वन विभाग अधिकारी जगदीश प्रसाद जायसवाल को दी। जायसवाल ने तत्काल भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे को दी और ग्रामीणों से बातचीत कर कार्यवाही करने निर्देश दिया । वहीं भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे नशे से धुत हो घटना स्थल पहुँचा । लेकिन नशे में धुत अधिकारी ग्रामीणों से पूछताछ कर कार्यवाही करने के बाजाय अपने गाड़ी में बैठ नींद की आराम फरमाते नजर आए, उधर मौके पे पहुँचे मीडिया की टीम ने भटगांव डिपो अधिकारी से कार्यवाही को लेकर जानकारी ली किन्तु अधिकारी नशे के कारण उल्टा सीधा जवाब देते नजर आया साथ ही मीडिया को ही नशे से धुत हो खुद को सस्पेंड कराने की धमकी दे डाली और क्या कुछ कहा देखिए उसी की जुबानी।वही दूसरी ओर तेंदुदरहा वन समूह के सदस्यों व ग्रामीणों ने भटगांव डिपो अधिकारी की करतूत देख आक्रोश हो नाका रेंजर,भटगांव डिपो अधिकारी सहित सम्बन्धित उच्चाधिकारियों द्वारा समूह को सूचना न देकर रात में परिवहन कर बेचने के आरोप लगाते हुए मिलीभगत करने जैसे गम्भीर आरोप लगाए।तथा क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों की सांठगांठ होने की शन्देह जाहिर की।
ग्रामीणों ने मुड़कट्टा के जंगल व तेंदुदरहा के जंगल में डंम्प कर रखे एक ही प्रजाति के लकड़ी को भारी मात्रा में अलग – अलग स्थानों पर रखे धर दबोचे हालांकि ग्रामीणों के पहुंचने से पहले ही एक ट्रेक्टर लकड़ी को जंगल में ही छोड़ फरार हो गए।
बिलाईगढ़ वन विभाग के अधिकारी जायसवाल अपने टीम के साथ काफी देर बाद घटना स्थल तेंदुदरहा पहुँच ग्रामीणो को समझाने का प्रयास किया , किन्तु ग्रामीणों ने लकड़ी को समूह को बिना सूचना दिए रात में ले जाना विरोध किया।और भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे के रिश्तेदार को राजनैतिक पार्टी से पहुँच रखने के कारण मनमानी करते हुए जंगली लकड़ी को बेचने जैसे आरोप लगाए और हमेशा नशे में धुत रहने की जानकारी दी।ऐसे में देखने वाली बात होगी कि नशे में धुत रहने वाले अधिकारी और अवैध लकड़ियों को बेचने वाले दोशियों के प्रति शासन-प्रशासन जाँच कर क्या कुछ कार्यवाही करती है।