हरिश साहू की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (INTUC) महिला प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सुनीता दुबे ने प्रेस को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि लक्षनपुर चौक से बिरगहनी चौक बेजा कब्जा पर ब्यान जारी कर बताया कि इस पर 2017 में शिकायत की थी जिस पर जांच हुई तत्कालीन कलेक्टर श्री भारती दास ने एसडीएम श्री उराव एवं तहसलदार श्री शशि चौधरी को निर्देशित करते हुवे खसरा नंबर ११३१/१ से मोहन मित्तल दिनेश मित्तल महेंद्र मित्तल द्वारा किए गए बेजा कब्जा हटाने को बोला गया था तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सभी दुकानों को लाल मार्क कर दुकानों को तोड़ने की प्रक्रिया आरंभ किए थे और निर्माणाधीन 30 दुकानों के निर्माण में रोक लगवाई थी जिस में मोहन मित्तल द्वारा पहले तो तहसीलदार को परेशान करने के लिए मोहन कुमार अग्रवाल बिरगहनी चौक निवासी के नाम पर प्रधानमंत्री कार्यालय में तहसीलदार के नाम झूठा शिकायत दिनांक 8/12/2017 को करते हुवे उक्त जमीन की पट्टा के मांग की उसके बाद पुनः दिनांक 10/1/18 को शिकायत तहसीलदार जांजगीर के झूठा शिकायत हुवे लिखा कि जांजगीर तहसीलदार शशी चौधरी द्वारा मेरे ऊपर झूठा शिकायत दर्जकर लगातार प्रताड़ित करने बाबत इस तरह बेजाकब्जा हटाने वाले तहसीलदार को पुनः परेशान करते हुवे झूठा शिकायत दिनांक 8/3/18 को एवं 16/3/18 को पीएमओ व जनशिकायत में झूठा शिकायत तासिलदार द्वारा प्रताड़ित करने भ्रष्टाचार करने अनियमितता करने के मोहन कुमार अग्रवाल के नाम से करता गया बेजाकब्जा जमीन में प्रधानमंत्री से पट्टा की मांग करता हैं कोई अधिकारी बेजाकब्जा जमीन के कागज मांगता है तो आवेदन को य गुमराह करते हुवे इस जमीन की मामला कमिशन न्यायलय हाईकोर्ट में लंबित हैं कह कर बरगलाने के काम करते है मित्तल परिवार के पूरे काले कारनामे से तासिलदार ऑफिस में कई फाइल धूल खा रहे यह लोग समाज मे दीमक की तरह है ।
इनको कानून का कोई भय नही है त्वरित व न्यायोचित कार्रवाई नहीं होने के कारण आज भी मित्तल परिवार के द्वारा बेधड़क बेजा कब्जा की जा रही है ।