रेशम वर्मा की रिपोर्ट
कसडोल – हसुवा बलौदा क्षेत्र में इन दिनों रेत का अवैध उत्खनन जोरो पर है। कुछ हफ्तों से ग्राम बलौदा में रेत का अवैध अवैध खनन किया जा रहा है जिससे ग्राम वासियों द्वारा रोका जाता है और यह खनन रात्रि को 8 बजे से सुबह 4 बजे तक चलता है वही ग्रामीणों ने माइनिंग अधिकारी बबलू पांडे से बात करने पर मैं 4 सिपाही भेज देता हूं का बोलते हैं वही ट्रैक्टर के चालक से पूछने पर मालिक से बात करो बोला जाता है इसमें शासन प्रशासन के मिलीभगत होने का संका जाहिर होता है।
बार बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा शासन काल में अवैध उत्खनन होने की बात को लेकर कांग्रेसी आए दिन हंगामा मचाते थे, कांग्रेसियों द्वारा आरोप लगाया जाता था कि भाजपाई रेत के अवैध खनन में संलिप्त हैं, लेकिन अब कांग्रेस की सत्ता-सरकार है। क्षेत्र में कांग्रेसी विधायक है, तो क्या ये माना जाए जिसकी सत्ता-सरकार होती है, उन्हें ये सारे अवैध काम करने का छूट मिल जाता है।
क्षेत्र में इन दिनों लॉकडाउन का फायदा उठाकर रेत का धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा कसडोल व बलौदाबाजार जिला प्रशासन को लगातार शिकायत की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि प्रशासनिक टीम कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचती भी है, लेकिन समझाइश और सेटलमेंट से काम पूरा हो जाता है। लोगों में यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इस क्षेत्र में किस बड़े और दबंग नेता का इस अवैध कार्य को वरदान मिला है। किसके कहने पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंचने के बाद भी कार्रवाई करने के बजाए उल्टे पांव लौट जा रही है।
शासन को लग रहा चूना
जिले भर में लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए महानदी से रेत की अवैध निकासी भी जोरो पर है। इधर खनिज विभाग के अधिकारी भी खामोश बैठे हुए हैं। यही कारण है कि बिना रायल्टी के रेत का अवैध उत्खनन करने में माफिया पूरी तरह सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। इससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। ग्राम पंचायत का मिली भगत से रेत उतखनन किया जा रहा है ग्राम पंचायत बलौदा मे अवैध ईट भट्टा का कारोबार चल रहा है किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नही होना एक चर्चा का भी विषय बना.हुआ ।ग्रामीणो ने अवैध रेत के साथ साथ अवैध ईटा भटटी पर कार्यवाही करने की मांग किया गया है
दिन रात हो रही खुदाई
दिन-रात नदी से रेत की निकासी हो रही है। पहले भी इसे अधिकारी भी स्वीकार कर चुके है कि कहीं-कहीं रात में खनन हो रहा है, लेकिन रंगे हाथ नहीं पकड़े जा रहे। बताया जा रहा है कि क्षेत्र के छुटभैये नेता भी इस कार्य में सक्रिय हैं। इससे पता चलता है स्थानीय अधिकारी किस कदर अपने कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं।