प्रकाश झा की रिपोर्ट
बिलासपुर। कोरोनाकाल की वजह से इस बार बिलासपुर में ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस नहीं निकाला जाएगा। शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए मुस्लिम समुदाय अपने अपने घरों में ही पैगंबर की पैदाइश का जश्न मनाएंगे। हालांकि की नमाज ईदगाह मैदान में पढ़ी जाएगी।
पैग़ंबरे इस्लाम की पैदाइश का दिन यानी ईद मिलादुन्नबी पर हर साल शहर में निकलने वाला भव्य जुलूस इस बार नजर नहीं आएगा। शहर के तमाम मुस्लिम, जुलूस के मौके पर शहर भ्रमण करने के बाद ईदगाह में मगरिब की नमाज अदा करते थे। मगर इस बार कोरोनाकाल की वजह से शासन प्रशासन ने किसी भी तरह के जुलूस पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसलिए मुस्लिम कमेटियों ने तय किया है, कि इस बार पहले की तरह जुलूस शहर में नहीं निकाला जाएगा।
उसकी देन कमेटी के संरक्षक हाजी सैय्यद अनवारुल क़ादिर ने बताया कि बीते दिनों मुस्लिम कमेटियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया की सभी लोग अपने अपने घरों में ही खुशहाली के इस पर्व को परिवार के साथ मनाएंगे। कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया की शाम को पर्व के मद्देनजर मगरिब की नमाज ईदगाह में अदा कराई जाएगी साथ ही यहां सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ तकरीर का आयोजन किया जाएगा। जिसमे शामिल होने उत्तरप्रदेश से मौलाना महमूद साहब बिलासपुर आये है।
ईद मिलादुन्नबी को लेकर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्लिमों ने काफी तैयारियां की है। सड़कों गलियों को तोरण और अन्य सजावटी सामग्रियों से सजा दिया है।