हरिश साहू की रिपोर्ट
अंबिकापुर । पिछले 10 दिन में अंबिकापुर में आरक्षकों पर हमले व मारपीट की 3 घटनाएं सामने आ चुकी है। पहली घटना 27 फरवरी की रात कोतवाली परिसर में घटित हुई थी, जबकि दूसरी घटना 5 मार्च को हुई थी। इसमें पिता-पुत्र ने घर में घुसकर आरक्षक का सिर फोड़ दिया था। इसके बाद कल देर रात तीसरी घटना हो गई।
देर रात डायल 112 के आरक्षक से युवक ने विवाद करते हुए मारपीट कर दी पुलिस ने युवक पर अपराध दर्ज कर लिया है। मामला अंबिकापुर के गाड़ाघाट स्थित अंग्रेजी शराब दुकान का है, जहां नशे में धुत के होने के बाद केनाबांध निवासी अभिषेक तिवारी नामक युवक ने आरक्षक के साथ झुमा झटकी करते हुए उसकी वर्दी फाड़ दी।
जानकारी के मुताबिक शहर के गाड़ाघाट स्थित शराब दुकान के कर्मचारी से किसी बात को लेकर रविवार रात केनाबांध निवासी अभिषेक तिवारी विवाद कर रहा था। कर्मचारी की सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। डायल 112 में पदस्थ आरक्षक जगसाय ने अभिषेक तिवारी को विवाद न करने की समझाइश देते हुए घर जाने की सलाह दी।
आधे घंटे तक वहां हो-हल्ला होता रहा। इसी बीच युवक तैश में आ गया और आरक्षक से भिड़ गया। उसने आरक्षक से झूमाझटकी करते हुए उसका कॉलर पकड़कर फाड़ दिया। वह जब भागने की कोशिश करने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़कर वाहन में बैठाया और कोतवाली लाने लगे। कोतवाली पहुंचने से 300 मीटर पहले अचानक युवक वाहन से कूदकर फरार हो गया।
आरक्षक ने अंबिकापुर कोतवाली थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
छत्तीसगढ़ में पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। अंबिकापुर में पिछले 10 दिन के भीतर 3 पुलिकर्मियों की पिटाई हो चुकी है। ताजा मामला रविवार की रात घटित हुई, जब डायल 112 में पदस्थ एक आरक्षक से शराब दुकान के पास एक युवक भीड़ गया और झूमाझटकी करते हुए वर्दी फाड़ डाली।
घटना के बाद पुलिस जब उसे वाहन में बैठाकर ला रही थी तो वह कूदकर फरार हो गया। बाद में अधिकारियों ने कमान संभाली और युवक को हिरासत में लिया। आरक्षक की रिपोर्ट पर पुलिस युवक के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।