बिलासपुर। डा. सीवी रामन विश्वविद्यालय में पूर्व विद्यार्थियों का सम्मेलन आयोजित किया गया । इस सम्मेलन में 2016-17 से लेकर 2020 तक के कला संकाय के विद्यार्थी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए, नए जीवन के अनुभव साझा किए। किसी ने अपने फिल्मी दुनिया में सफल होने के किस्से सुनाए, तो कोई अधिकारी बनकर सेवा दे रहे रहे हैं। किसी ने पढ़ाई जारी रखने की बात कही, तो कोई कला साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में काम कर इतिहास बनाने में जुटा हुआ है।
विश्वविद्यालय के सभागार में अन्य समारोह से हटकर इस समारोह का नजारा कुछ और ही था। अवसर था, एलुमीनी मीट का। कला संकाय के 2016 से लेकर 2020 तक के विद्यार्थी एलुमीनी मीट में विश्वविद्यालय पहुंचे थे। इस अवसर पर उनके जीवन के अनुभव साझा करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया गया। इसमें सभी विद्यार्थियों ने अपने पुराने बिताए दिनों को याद किया और खट्टी मीठी यादें भी साझा की।
विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय से जाने के बाद अपने संघर्ष और सफलता के परचम के बारे में नए विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि यह क्षण बहुत ही अद्भुत होता है। जब पुराने साथी मिलते हैं और अपने बिताए दिनों को याद कर नए संघर्ष और नई जिम्मेदारियों के साथ अपने जीवन की बातें एक दूसरे से साझा करते हैं । साथ ही यह नए विद्यार्थियों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण समय होता है, जब वे अपने सीनियर से सीख लेते हैं कि आने वाले समय में उन्हें सफल होने के लिए किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
प्रोफेसर दुबे ने नए विद्यार्थियों को अपने सीनियर से सीखने और उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही। उन्होंने एलुमीनी को शुभकामनाएं दी और यह भी कहा कि वे हमेशा विश्वविद्यालय से जुड़े रहंे और वास्तव में किसी भी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उनकी संपत्ति होते हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि पूर्व के विद्यार्थियों की जिम्मेदारी यहां से जाने के बाद और बढ़ गई है । उनके सामने सफल जीवन का एक संघर्ष है और दूसरी है अपने जूनियर के लिए एक आदर्श और प्रेरणा भी बने रहना होगा। उन्होंने कहा कि यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, जब एक व्यावहारिक अनुभव को लेकर सफल होने वाला बड़ा पक्ष सामने होता है और एक सैद्धांतिक पक्ष जो विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।
नए विद्यार्थियों की बहुत सी जिज्ञासा होती है, जिसे अपने अनुभव से पूर्व छात्र शांत करते हैं। यह दिन विश्वविद्यालय के लिए भी एक स्वर्णिम दिन होता है । जब उनके विद्यार्थी जो देश दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे होते हैं और पुराने छात्र की तरह उनके साथ होते हैं। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र आकाश कुमार का छत्तीसगढ़ी फिल्म दुनिया में बड़ा नाम है। वे छत्तीसगढ़ी फिल्मी गीत-संगीत व लोककला के क्षेत्र में देशभर में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे अपने साथियों को इस क्षेत्र में रोजगार देना चाहते हैं। अच्छे लोगों के काम करने की बेहतर संभावनाएं हर क्षेत्र में है।
इसी तरह विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक रितु गुप्ता ने बताया कि कोटा क्षेत्र में पढ़ाई को लेकर काफी दिक्कत थी। विवि स्थापित होने के बाद हमें पढ़ने का और बड़े संस्थानों में काम करने का अवसर मिला है। आज विश्वविद्यालय पढ़ाई के साथ रोजगार देने में भी सक्षम है । इसी तरह दीपक कुमार, राहुल कुमार, नेहा और बहुत से विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। जो आज केंद्र एवं राज्य सरकार ,बिलासपुर स्मार्ट सिटी सहित कई संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कार्यक्रम में एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. एके ठाकुर , ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी डा. राजीव पीटर्स, कला संकाय के अध्यक्ष डा. वेद प्रकाश मिश्रा आदि उपस्थित थे।