New Delhi: सीमा विवाद को लेकर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच आर्मी चीफ की चीन को दो टूक- ड्रैगन की हर हरकत का मुहतोड़ जवाब देने को तैयार भारत . भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख के फॉरवर्ड एरिया में पहली K9-वज्र स्व-चालित तोप हॉवित्जर रेजिमेंट को तैनात कर दिया गया है। यह तोप लगभग 50 किमी की दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती है। लद्दाख के दौरे पर गए थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने भारत-चीन गतिरोध पर कहा कि पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है। हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे कि डिसइंगेजमेंट कैसे होगा।
नरवण ने कहा कि भारत और चीन के बीच धीरे-धीरे सभी संघर्ष बिंदु हल हो जाएंगे। मेरा दृढ़ मत है कि हम अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझा सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि हम परिणाम हासिल करने में सक्षम होंगे। हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी। और पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है। चीन की ओर इशारा करते हुए आर्मी चीफ ने कहा कि हम उनकी सभी गतिविधियों पर नियमित रूप से नजर रख रहे हैं। हमें मिली जानकारी के आधार पर हम बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सैनिकों के मामले में भी समान विकास कर रहे हैं, जो किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि चीनियों ने हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफी संख्या में तैनाती की है। निश्चित रूप से अग्रिम क्षेत्रों में उनकी तैनाती में हुई वृद्धि हमारे लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के-9 वज्र स्व-चालित तोपों के प्रदर्शन पर कहा कि ये तोपें ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकती हैं। इसके फील्ड ट्रायल बेहद सफल रहे। हमने अब इस तोप की एक पूरी रेजिमेंट जोड़ ली है और यह वास्तव में मददगार होगा।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उन्होंने आगे कहा कि हमने हर हफ्ते होने वाले हॉटलाइन संदेशों और डीजीएमओ स्तर की वार्ता के माध्यम से अवगत कराया है कि उन्हें (पाकिस्तान) किसी भी आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को समर्थन नहीं देना चाहिए। फरवरी से जून के अंत तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था। लेकिन हाल ही में घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि हुई है। 10 दिनों में दो बार संघर्षविराम का उल्लंघन हो चुका है। सीमार पर स्थिति फरवरी से पहले के दिनों की तरह वापस आ रही है।
अफगान मसले पर उन्होंने कहा कि हम नियमित रूप से अफगानिस्तान की स्थिति और इसके संभावित प्रभावों और नतीजों की निगरानी कर रहे हैं। यह किस रूप में होगा, यह कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन हमारी नजर है। बता दें कि भारत ने गुरुवार को सीमा विवाद के लिए दोषी ठहराने के प्रयास पर चीन पर निशाना साधा और कहा कि क्षेत्र में एलएसी पर यथास्थिति को बदलने के लिए चीनी सेना द्वारा ‘भड़काऊ’ व्यवहार और ‘एकतरफा’ प्रयासों ने क्षेत्र में अमन-चैन की स्थिति को गंभीर नुकसान पहुंचाया।
K-9 में क्या है खास
– इस तोप की मारक क्षमता 28-30 किमी है जो 30 सेकेंड में 3 गोले दाग सकती है।
– यह पहली ऐसी तोप है जिसे इंडियन प्राइवेट सेक्टर ने बनाया है।
– यह तोप तीन मिनट में 15 राउंड की भीषण गोलाबारी कर सकती है और 60 मिनटों में लगातार 60 राउंड की फायरिंग भी कर सकती है।