कुन्नूर
तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त (Tamil nadu Helicopter Crash) होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (CSC General Bipin Rawat Helicopter crash), उनकी पत्नी समेत 11 लोगों का निधन हो गया है. भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘बहुत ही अफसोस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है.’ 14 लोगों में से एक शख्स इस हादसे में जिंदा बच गए हैं. वायुसेना के ट्वीट के मुताबिक, तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Gp Capt Varun Singh) जिंदा बच गए हैं और उनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है. ट्वीट में कहा गया है कि फिलहाल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं.
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Gp Capt Varun Singh) का करियर जांबाजी के कारनामों से भरा हुआ है. उन्होंने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और भारतीय वायुसेना की शान को अपनी जान पर खेल कर बचाया था. इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वरुण सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है.
एलसीए तेजस भारतीय वायुसेना का एक ऐसा विमान है जो आज तक दुर्घटना का शिकार नहीं हुआ है. हालांकि 12 अक्टूबर 2020 को एलसीए तेजस का यह रिकॉर्ड टूटते-टूटते बचा था. ये रिकॉर्ड टूटने से बचाने का सारा श्रेय ग्रुप कमांडर वरुण सिंह को जाता है. मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की ओर से जारी किए बयान में कहा गया था क कमांडर वरुण सिंह एलसीए तेजस की एक चेक स्योरिटी प्रफॉर्म कर रहे थे जहां पर उन्हें एक सिस्टम चेक शॉट देना था. जब उन्होंने टेक ऑफ किया तो सब कुछ सामान्य की तरह ही था. विमान जैसे ही 10 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचा, तभी फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और लाइफ सपोर्ट सिस्टम में तकनीकी खामी आ गई.
इस स्थिति में ग्रुप कमांडर वरुण सिंह ने तुरंत एयरक्रॉफ्ट को हाई अल्टीट्यूड से लो अल्टीट्यूड पर लेकर आए. लेकिन तभी फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया. वरुण सिंह के पास दो ऑपस्न थे एक या तो वो इजेक्ट कर जाए या भीड़ वाले इलाके में विमान को गिरने से बचाए. अपनी जान की परवाह न करते हुए वरुण सिंह ने काफी कोशिश के बाद एयरक्रॉफ्ट को लैंड करवाया था.