तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश के दौरान देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत का निधन हो गया। उनकी मौत की खबर जैसे ही बाहर आई, वैसे पूरे देश में शोक लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राहुल गांधी ने सेना के महान योद्धा के ऐसे चले जाने पर दुख जताते हुए श्रृद्धांजलि दी। सीडीएस का पार्थिक शरीर गुरुवार को दिल्ली लाया जाया गया। इनसब के बीच एक खबर दुर्घटनास्थल से सामने आई है। बचाव दल में शामिल एक शख्स ने बड़ा दावा किया है। उसने मीडिया को बताया है कि ‘हमने 2 लोगों को जिंदा बचाया, जिनमें से एक सीडीएस बिपिन रावत थे। उन्होंने धीमी आवाज में अपना नाम बताया था।’
धीमी आवाज में बताया अपना नाम
हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद स्थानीय लोगों के अलावा सेना, अर्धसैनिकबल के जवानों के अलावा जनपद के पुलिस और प्रशासन के लोग बचाव और राहत कार्य में लगाए गए थे। बचाव दल में शामिल एनसी मुरली ने मीडिया को बताया कि, हमने 2 लोगों को जिंदा बचाया, जिनमें से एक सीडीएस बिपिन रावत थे। उन्होंने धीमी आवाज में अपना नाम बताया। उनकी मौत अस्पताल जाते वक्त रास्ते में हुई।
शरीर बुरी तरह से जल गया था
बचावकर्मी एनसी मुरली, जो फायर सर्विस टीम में शामिल थे। वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जल रहे हेलीकॉप्टर को बुझाया। बचावकर्मी के मुताबिक सीडीएस जनरल रावत के शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह जल गया था। इसके बाद उन्हें एक बेडशीट में लपेट कर एंबुलेंस में ले जाया गया था।
2 लोग जिंदा बचे थे
बचावकर्मी के मुताबिक दुर्घटनास्थल के पास पेड़ भी थे। मुश्किल परिस्थितियों की वजह से बचाव कार्यों में देरी हो रही थी। बताया बचाव टीम को 12 लोगों की डेड बॉडी मिली, जबकि 2 लोगों को जिंदा बचाया गया था। जिंदा बचे दोनों लोग बुरी तरह झुलसे हुए थे। बाद में जिंदा बचाए गए दूसरे शख्स की पहचान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तौर पर की गई थी।
यह ऑपरेशन काफी मुश्किल था
इसके अलावा जो राहत टीम वहां पहुंची थी उसने यह भी बताया है कि जलते विमान के मलबे को बुझाने के लिए फायर सर्विस इंजन को वहां तक ले जाने के लिए सड़क नहीं थी। वो आसपास के घरों और नदियों से पानी लाकर इस आग को बुझाने की कोशिश कर रहे थे। यह ऑपरेशन काफी मुश्किल था। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दो लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया, जिसमें एक की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हो गई।
जोरदार धमाका हुआ
बतादें, जिस जगह पर यह चॉपर हादसे का शिकार हुआ वहां से करीब 100 मीटर की दूरी पर काटेरी गांव है। गांव में रहने वाली पोथम पोन्नम ने चॉपर के क्रैश होने से पहले उसके गुजरने की आवाज सुनी थी। उन्होंने बताया कि इसके कुछ ही समय बाद एक जोरदार धमाका हुआ और पता चला कि हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुका है। कटेरी के रहने वाले लोगों ने जिले के अधिकारियों को खबर दी थी जिसके बाद उनके इलाके की बिजली तुरंत काट दी गई थी। लोग मौके पर जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने नहीं जाने दिया।