देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत अब इस दुनिया में नहीं है। देश से लेकर विदेश तक में उनके निधन पर शोक जताया जा रहा है, नेता परिवार को संत्वाना दे रहे हैं। शुक्रवार शाम को इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी बीच चीन ने जनरल रावत की मौत पर बहुत ही घटिया हरकत कर दी है।
चीनी मीडिया ने जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश पर तंज कसते हुए भारतीय सेना में अनुशासन पर सवाल उठा दिया है। इस टिप्पणी को लेकर उसकी हर जगह आलोचना की जा रही है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने इस घटना पर लिखा कि तमिलनाडु के कुन्नूर के पास दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत “न केवल भारतीय सेना के अनुशासन और युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर करती है, बल्कि देश के सैन्य आधुनिकीकरण के लिए भी एक भारी झटका है, जो लंबे समय तक बना रह सकता है”।
ग्लोबल टाइम्स ने एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ के हवाले से कहा कि भारत “एक ढीली और अनुशासनहीन सैन्य संस्कृति के लिए जाना जाता है”। विशेषज्ञ ने कहा कि भारतीय सैनिक अक्सर मानक संचालन प्रक्रियाओं और नियमों का पालन नहीं करते हैं।
ग्लोबल टाइम्स ने आगे कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना को टाला जा सकता था, अगर मौसम में सुधार होने तक उड़ान में देरी होती या पायलट ने अधिक सावधानी या कुशलता से उड़ान भरा होता या जमीन रखरखाव दल ने हेलिकॉप्टर की बेहतर देखभाल की होती। आगे लिखा गया है कि सबसे बड़े सुरक्षा अधिकारी की मौत के बाद भी चीन के प्रति भारत के आक्रमक रुख में बदलाव आने की संभावना नहीं है।
चीनी मीडिया की इस घटिया टिप्पणी पर देश में लगातार आलोचना हो रही है। बता दें कि जनरल रावत ने हाल ही में कहा था कि आज की तरीख में चीन भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है, पाकिस्तान नहीं। जनरल रावत के इस बयान पर तब चीन की तरफ से आपत्ति भी जताई गई थी।