मेरठ
मिशन 2022 को लेकर मेरठ (Meerut) में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की तस्वीरें अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ लगाई गई थी. लेकिन रातों-रात राकेश टिकैत के मेरठ पहुंचने से पहले ही वह पोस्टर और बैनर हटा लिए गए. एनएच 58 पर जिन जगहों पर राकेश टिकैत के पोस्टर और बैनर अखिलेश (Akhilesh) और जयंत (Jayant) के साथ लगाए गए थे, उनको हटा लिया गया है. वेस्टर्न UP टोल प्लाजा के ठीक सामने अखिलेश और जयंत के साथ राकेश टिकैत के फोटो लगाए गए थे. आज वेस्टर्न UP टोल प्लाजा पर राकेश टिकैत पहुंच रहे हैं और उन स्थानों से पोस्टर और बैनर को हटा लिया गया है.
गौरतलब है कि वेस्टर्न UP टोल प्लाजा पर भारतीय किसान के कार्यकर्ता एकत्रित है और नाच गाकर राकेश टिकैत का स्वागत कर रहे हैं. गाजीपुर बॉर्डर से आज जहां किसानों की घर वापसी हो रही है तो वहीं कई महीनों से धरने पर बैठे वेस्टर्न UP टोल प्लाजा (Toll Plaza) के किसान भी घर वापसी कर रहे हैं. किसान नाच गाकर अपनी खुशी का इजहार कह रहे हैं और बार-बार यही कह रहे हैं कि उनका संघर्ष रंग लाया.
चर्चा का विषय थे पोस्टर
मेरठ के एनएच 58 पर अखिलेश और जयंत के साथ राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के बैनर पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए थे. मिशन 2022 लिखे इन बैनर और पोस्टर पर किसानों को बधाई दी गई थी. पोस्टर में लिखा गया है हार गया अभिमान जीत गया किसान. सब याद रखा जाएगा. अखिलेश और जयंत के साथ राकेश टिकैत की तस्वीर के साथ रालोद की प्रदेश महासचिव की भी बड़ी सी तस्वीर लगाई गई थी. साथ ही युधिष्ठिर पहलवान नाम के शख्स की भी तस्वीर लगी हुई थी. अखिलेश और जयंत के बीच में राकेश टिकैत की बड़ी तस्वीर लगी हुई थी. इस तस्वीर में राकेश टिकैत तिरंगा झंडा लिए हुए दिखाई दे रहे थे. एनएच 58 पर लगे बैनर और पोस्टर्स को लेकर भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) ने आपत्ति ज़ाहिर की थी. भाकियू कार्यकर्ताओं का कहना था कि पोस्टर और बैनर लगाकर राजनीतिक स्टंट किया गया था. इससे भाकियू काई लेना देना नहीं है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि वो सिर्फ किसान हित में कार्य करते हैं.