नई दिल्ली
एनिमल एंड ह्यूमन हेल्थकेयर वैल्यू के लिए काम करने वाले इंटीग्रेटेड समूह लासा सुपरजेनरिक्स (Lasa Supergenerics) ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद फिर महाराष्ट्र के चिपलून में अपनी प्रमुख यूनिट शुरू कर दी है. चिपलून के अलावा कंपनी ने महाराष्ट्र के महाड़ में भी एक यूनिट खोली है, जो 4300 मीट्रिक टन की क्षमता रखती है.
कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक डॉ. ओमकार हेरलेकर ने कहा कि हमारी प्रमुख यूनिट दोबारा खोलने की प्रक्रिया एडवांस स्टेज में है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ दिन बंद होने की वजह से हमारे बिजनेस को थोड़ा नुकसान हुआ है. हालांकि, हमारी ऑर्डर बुक अगले कुछ महीनों के लिए भरी हुई है.
क्या बनाती है कंपनी?
लासा सुपरजेनरिक्स मुख्य तौर पर जानवरों और इंसानों के स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों पर काम करती है. कंपनी पशु चिकित्सा और ह्यूमन API, पशु चारा सामग्री और चिकित्सीय प्रोडक्ट्स बनाती है. ये कंपनी 300 से ज्यादा कस्टमर्स के लिए काम करती है. कंपनी ने बताया कि जल्द ही सबसे अहम प्रोडक्ट ऑक्सीक्लोजैनाइड (Oxyclozanide) लॉन्च करने वाली है. हालांकि, कुछ इलाकों में बाढ़ का असर होने की वजह से इस प्रोडक्ट की लॉन्चिंग को रोक दिया गया था.
बॉम्बे हाईकोर्ट का आदेश
लासा सुपरजेनरिक्स को बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) से मिले आदेश में एमपीसीबी के नोटिस पर बिजली और पानी की आपूर्ति के डिसकनेक्शन को रद्द करना शामिल है. इसके अलावा उच्च न्यायालय ने एमपीसीबी को इस मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. कंपनी वैश्विक स्तर पर काफी पॉपुलर और विश्वसनीय ग्रुप है. ये पशु APIs मैन्यूफैक्चर करने की सबसे लीडिंग कंपनी है. ये कंपनी ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, मिडिल ईस्ट, चीन, तुर्की, मिस्र, जॉर्डन, कोरिया और पाकिस्तान में अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करती है.