पाकिस्तान की शह पर बनी अफगानिस्तान की सरकार में कई आतंकी चेहरे भी शामिल हैं,परंतु अफगानिस्तान के पंजशीर का एक विद्रोही ग्रुप जिसने इस नई सरकार को नकार दिया है वह इस सरकार का खंडन करता है उस विद्रोही ग्रुप का नेतृत्व अहमद मसूद कर रहे हैं
मसूद के नेतृत्व वाले पंजशीर प्रांत के प्रतिरोधी मोर्चे ने कहा है कि वे एक परामर्श के बाद देश में समानांतर सरकार की घोषणा करेंगे।
नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स यानी NRF ने बुधवार को कहा है कि वो भी अपनी समानांतर सरकार की घोषणा करेंगे. इस बात की जानकारी अफगानिस्तान के खामा प्रेस ने दी है. NRF की अगुवाई अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद कर रहे हैं.
NRF ने कहा है कि वो देश में पारंपरिक और लोकतांत्रिक सरकार की घोषणा करेंगे. NRF ने संयुक्त राष्ट्र, मानवाधिकार परिषद जैसी संस्थाओं से तालिबान के साथ सहयोग न करने की अपील की है. NRF ने कहा है- नए तालिबान का नैरेटिव खत्म हो चुका है. कोई भी तालिबान समावेशी सरकार के पक्ष में नहीं है. बस इस सरकार में आतंकियों की संख्या देखिए. और हम उम्मीद कर रहे हैं कि ये लोग अपने आप को बदलने जा रहे हैं?’एक न्यूज़ ने बताया कि विरोधी मोर्चा नई सरकार कोे लोगों के लिए एक खतरा बता रहा है, क्योंकि इस सरकार में ज्यादातर खूंखार आतंकी चेहरे शामिल हैं कुछ तो ऐसे हैं जो पाकिस्तान के मदरसों में अभी स्टूडेंट हैं और मदरसों की इस्लामिक शिक्षा ग्रहण करके आतंकी तैयार कर रहे हैं।
विद्रोही बल ने कहा प्रतिरोध मोर्चे ने स्वीकार किया कि वह एक संक्रमण कालीन लोकतांत्रिक व सरकार की स्थापना करेंगे जो लोगों के वोटों के आधार पर बनेगी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए स्वीकार होगी मोर्चे ने संयुक्त राष्ट्र यूएनएचआरसी, ईयू,, सार्क, ईसीओ, ओआईसी, के सदस्य देश में तालिबान के साथ संयोग बंद करने की अपील भी की है।
इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान ने मंगलवार को तृतीय सदस्य कार्यवाहक सरकार की घोषणा की जिसका नेतृत्व मूल्य मोहम्मद हसन खुद करेगा विद्रोही मोर्चे ने अपने बयान में तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध को दोहराया कहा कि तालिबान समस्त क्षेत्र दुनिया के लिए खतरा है।