कांगो : प्रशासन की लापरवाही मे हमेशा नुकसान आम जनता को ही उठाना पड़ता है कांगो वासियों के लिए नाव हादसा आम बात हैं वहा के लोगों के लिए यातायात के साधने की कमी और असुविधा पूर्ण होने के कारण उनका मुख्य साधन नाव ही है इसलिए आये दिन इस तरह की घटनाएं होती रही हैं कल फिर कांगो में नाव के पलटने से 100 से ज्यादा लोग मारे गए या लापता हो गए हैं. प्रांतीय अधिकारियों ने कहा कि ये हादसा कांगो नदी में हुआ.इसके चलते नाव में सवार 100 से अधिक लोग मारे गए हैं उत्तर पश्चिमी प्रांत मोंगाला के गवर्नर के प्रवक्ता नेस्टर मैगबाडो ने बताया कि 51 शवों को निकाल लिया गया है. जबकि नाव पर सवार 69 अन्य लोग अभी भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि इस हादसे में 39 लोग सुरक्षित भी बचे हैं.
इससे पहले, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में 15 फरवरी को एक नाव के पलटने से 60 लोगों की मौत हो गई थी. ये हादसा भी कांगो नदी में ही हुआ. नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे, जिस कारण नाव डूब गई. देश के मानवीय मामलों के मंत्री स्टीव मबिकायी ने बताया था कि इस नाव पर 700 लोग सवार थे. उन्होंने बताया था कि ये हादसा देश के माई-नोमडबे प्रांत में हुआ. नाव एक दिन पहले किनहासा प्रांत से मबनडाका के लिए रवाना हुई थी. माई-नोमडबे प्रांत के लोंगगोला इकोती गांव के पास पहुंचने पर ये नाव डूब गई.
मंत्री ने बताया कि नाव के डूबने की असल वजह क्षमता से अधिक लोगों का सवार होना था. इस पर अधिक भार भी लोड किया गया था, जो हादसे की वजह बना. मबिकायी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. साथ ही इस घटना में जिम्मेदार लोगों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की. इससे पहले भी कांगो में इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं. जनवरी में भी नाव हादसा हुआ था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 लोगों का कुछ पता नहीं चला था. सूत्रों ने बताया था कि ये हादसा क्षमता से अधिक यात्रियों के बैठने की वजह से हुआ था.
लंबी दूरी की यात्रा के लिए एकमात्र रास्ता कांगो नदी
खतरनाक नाव हादसे कांगो में आम बात हैं. दरअसल, देशभर में सड़कों का बुरा हाल है, इस कारण लोग नाव के जरिए यात्रा करने को तवज्जो देते हैं. हालांकि इस वजह से नाव पर अधिक संख्या में लोग सवार हो जात हैं. वहीं, नाविकों द्वारा अधिक भार भी लोड कर दिया जाता है. ये सभी कारण नाव हादसों की वजह बन जाते हैं. कांगो के निवासियों के लिए लंबी दूरी की यात्रा का एकमात्र जरिया कांगो नदी है. गौरतलब है कि कांगो की अर्थव्यवस्था काफी खराब है और इसलिए सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक ध्यान नहीं दे पाती है.