संगीता दास की रिपोर्ट
बोकारो-इस बार झारखंड में 29 अप्रैल से प्री मानसून गतिविधि पूर्व की तरह झारखंड में समय पर है।अप्रैल माह के अंत में दक्षिण एवं पश्चिम दिशा से हवा के बहाव में बदलाव के साथ ही प्री मानसून गतिविधि में मेघ गर्जन, व्रजपात एवं हल्के से मध्य दर्जे की बारिश होगी।मेघ गर्जन के समय विभिन्न राज्य के इलाके में 30 से 40 कीमी प्रति घंटे हवा का बहाव होगा। पूर्व मोनसून में बदलाव का असर 29 अप्रैल के बाद पांच दिन के करीब रहेगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड समेत अन्य देश के हिस्से में प्री मानसून गतिविधि अब धीरे धीरे हवा के बहाव के साथ शुरू हो जाएगी। इस बार मानसून सामान्य से रहेगा कम : इस बार मानसून झारखंड में कमजोर रहने के आसार हैं।राज्य में इस बार मानसून सामान्य से 35 से 45 प्रतिशत तक कम रहने की संभावना है।ऐसी संभावना मौसम को लेकर उत्पन्न वर्तमान परिस्थिति के परिक्षण के बाद मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने लंबी अवधि के पूर्वानुमान के जरिए जतायी है। अगर ऐसा हुआ तो इस बार राज्य में खरीब की फसल में धान की खेती में क्षति हो सकती है। संभव है कि मानसून के दौरान मौसम के बदलाव से बारिश में बड़ोंतरी हो। पिछली बार मानसून के दौरान 1 जून से 30 सितंबर तक झारखंड में 1054.7 मिमी बारिश को सामान्य माना जाता है।