पंत ने टीम में पृथ्वी शॉ और आवेश खान जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया और स्टीव स्मिथ, अजिंक्य रहाणे, उमेश यादव और एनरिक नॉर्खिया जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बेंच पर बिठाया। इसका उन्हें फायदा मिला।
पंत के अभियान की शुरुआत गुरु धोनी की टीम CSK के खिलाफ हुई। इस मैच में दिल्ली के पास कगिसो रबाडा और नॉर्खिया जैसे गेंदबाज नहीं थे। वहीं, आवेश ने 4 ओवर में सिर्फ 23 रन दिए और 2 विकेट लेकर चेन्नई के बल्लेबाजों को खूब तंग किया। इसके बाद पृथ्वी और शिखर धवन ने 138 रन की पार्टनरशिप की और मैच जिता दिया। इन दोनों ने 8 में से 5 मैचों में 50+ रन की पार्टनरशिप की। इसमें 2 शतकीय साझेदारी भी शामिल है।
IPL 2021 सीजन में ऋषभ पंत पहली बार बतौर कप्तान मैदान पर उतरे। उनकी कामयाबी का पता इसी से चलता है कि IPL पोस्टपोन होने तक दिल्ली ने 8 मैच में से 6 मैच में जीत हासिल की। बतौर कप्तान अपने पहले ही IPL में उन्होंने 9 खिताब जीत चुके लीग के टॉप-3 कप्तानों को हराया। इसमें चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा और सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर शामिल हैं।
इस सीजन में दिल्ली टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप-3 बल्लेबाजों में धवन और पृथ्वी के बाद खुद पंत का नाम आता है। बल्लेबाजी में पंत ने शॉ और धवन को लगातार मौका दिया और ये दोनों टीम को मैच जिताते चले गए। अजिंक्य रहाणे के पहले कुछ मैच में फेल रहने के बाद पंत ने स्टीव स्मिथ को मौका दिया। हेटमायर ने सीजन के पहले 5 मैच में टीम के लिए कुछ खास योगदान नहीं दिया। इसके बावजूद पंत ने उन्हें छठे मैच में खिलाया। इसका फायदा टीम को मिला और हेटमायर ने 25 बॉल पर 53 रन की पारी खेली। हालांकि DC यह मैच 1 रन से हार गई।
बॉलिंग में भी पंत की ये खासियत देखने को मिली। उन्होंने शुरुआती कुछ मैच में अमित मिश्रा को बेंच पर बैठाया। उनकी जगह ऑलराउंडर ललित यादव को मैदान पर उतारा गया। ललित ने अच्छी परफॉर्मेंस से खुद को साबित किया। उन्होंने दिल्ली के लिए 5 मैच खेले और सबसे इकोनॉमिकल बॉलर रहे। वहीं, पिछले सीजन में दिल्ली के सेकंड हाईएस्ट विकेट टेकर रहे नॉर्खिया को आराम देकर आवेश से ही बॉलिंग कराई। आवेश पंत के भरोसे पर खरे उतरे और उन्होंने महत्वपूर्ण ब्रेक-थ्रू दिलवाए।