नई दिल्ली। कैमरन बेनक्राफ्ट ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को भी बॉल टेंपरिंग की घटना के बारे में पता था. इस मामले में कंगारु गेंदबाजों ने अपना बयान जारी किया है.
पैट कमिंस , मिचेल स्टार्क , जोश हेजलवुड और नाथन लॉयन ने इस बात को दोहराया है कि उन्हें ऐसी किसी बाहरी चीज के बारे में जानकारी नहीं थी जिसे मैदान में लाया गया जिसकी वजह से गेंद में बदलाव किया जा सके.
केपटाउन टेस्ट की बॉलिंग यूनिट के इन 4 सदस्यों ने अपने साझा बयान में लिखा, ‘सेवा में, आस्ट्रेलियाई जनता, हमें हमारी ईमानदारी पर गर्व है, ये देखना निराशाजनक है कि हमारी सच्चाई पर कुछ पत्रकार और पुराने खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में सवाल उठाए हैं, जिसमें साल 2018 के केपटाउन टेस्ट का जिक्र है. हम लोगों ने कई बार इस मुद्दे से जुड़े सवालों का जवाब दिया है, लेकिन हम इसके मुख्य तथ्यों को फिर से बताने को मजबूर हैं.
हमें ये जानकारी नहीं थी कि कोई बाहरी पदार्थ को मैदान में लाया गया जिससे गेंद में बदलाव किया जा सके. इसका हमें तब तक पता नहीं चला जब तक कि हमने न्यूलैंड्स के बड़े स्क्रीन पर तस्वीरें नहीं देख ली. और जो लोग सबूत की कमी के बावजूद इस बात पर जोर दे रहे हैं कि हमें बाहरी चीज के बारे में जरूर पता होगा, वो सिर्फ इसलिए क्योंकि हम गेंदबाज हैं, हम ये कह रहे हैं कि इस टेस्ट मैच के अंपायर निगेल लॉन्ग और रिचर्ड इलिंगवर्थ, दोनों ही सम्मानीय और अनुभवी लोग हैं. उन्होंने टीवी कवरेज में तस्वीरें आने के बाद गेंद की जांच की थी, जिसमें बॉल के नुकसान के लक्षण नहीं नजर आए थे