संगीता की रिपोर्ट
बोकारो : मनमर्जी तरीके से वर्षों से सदर अस्पताल में काम करनेवाले चिकित्सकों पर बन आई है। एक ओर जहां एसडीएम शशि प्रकाश सिंह ने दो दिनों के अंदर सप्ताह में छह-छह दिन की ड्यूटी का रोस्टर बनाने एवं समय पर उपस्थित रहने का आदेश दिया है, वहीं सप्ताह में दो या तीन दिन अपने हिसाब से काम करनेवाले चिकित्सकों को रास्ता नहीं सूझ रहा है। एक ओर सरकारी नौकरी है तो दूसरी ओर निजी प्रैक्टिस।
सबसे बड़ी समस्या उनके सामने यह है कि सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों का नियंत्रण पूरी तरह उपायुक्त के हाथ में कर दिया है। ऐसे में उनके जिला अंतर्गत स्थानांतरण, निलंबन सहित अन्य प्रशासनिक अधिकार उपायुक्त के पास है। तब मजबूरी है कि काम करें या फिर बड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहे हैं। यही नहीं सरकार ने छुट्टी लेने पर भी पाबंदी लगा दी है। जिले के अधिकांश प्रशासनिक अधिकारी, जिले सिविल सर्जन से लेकर कुछ चिकित्सक चौबीस घंटे जरूरत के अनुसार काम कर रहे हैं। वहीं कुछ चिकित्सकों की वजह से पूरा सिस्टम गड़बड़ हो रहा है।