निखिल कश्यप की रिपोर्ट
जशपुर -मटन, चिकन मंगाने और खुलेआम पैसों की डिमांड मामले में घिरी बबली की बगीचा से विदाई हो गयी है। हालांकि इस तबादले के पहले एक ट्विस्ट और हुआ था, जिसमें एसडीएम ज्योति बबली पर आरोप लगाने वाले तहसीलदार टीडी मरकाम की भी छुट्टी हो गयी है। मरकाम को बगीचा से कोरिया के बैकुंठपुर भेजा गया है।दरअसल चार दिन पहले ही तहसीलदार और पटवारियों ने तीन पन्नों का गंभीर शिकायतों से भरा पत्र कलेक्टर को सौंपा था। जिसमें बगीचा एसडीएम ज्योति बबली पर आरोप था कि वो ना सिर्फ खुलेआम पैसों की डिमांड करती है, बल्कि कर्मचारियों से बदतमीजियां व थप्पड़ मार देने की धमकियां तक देती है।पत्र में ये भी आरोप था कि एसडीएम ज्योति बबली की मनमानी यहीं नहीं खत्म होती, वो कार्यालय के कर्मचारियों के फ्री में फल, सब्जी के साथ-साथ चिकन, मटन, अंडा और कबूतर तक मंगवा लेती है। पत्र में बैठकों का हवाला देते हुए बताया गया था कि जो भी मैडम की बात नहीं मानता, उसे बदतमीजी के साथ बैठक से बाहर कर देती है।इस मामले में जशपुर कलेक्टर ने कहा था कि प्रकरण की जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी। आज ज्योति बबली को बगीचा से मुख्यालय बुला लिया गया है, वहीं एसडीएम आकांक्षा तिवारी को बगीचा भेजा गया है।