कहते हैं क्लास परमानेंट होता है. फॉर्म का क्या है, वो तो आती जाती रहती है. क्रिस गेल का खेल भी खराब फॉर्म से जूझ रहा था. लेकिन जब सवाल उठे तो जवाब देना जरूरी हो गया. 42 साल के गेल अपने खेल से एक बार फिर सबको ये याद दिला दिया कि T20 के बॉस वो थे, हैं और वही रहेंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले तीसरे T20 में गेल ने मैदान के बीचो बीच से हवाई फायरिंग की ऐसा नुमाइश की, कि उन्होंने रन भी बरसाए और नए रिकॉर्ड के बादशाह भी बन गए. उन्होंने T20 में अपना 14000वां रन ठोका और ऐसा करने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज बने.
गेल ने तीसरे T20 में ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों की बखिया उधेड़ते हुए 38 गेंदों पर 67 रन बनाए, जिसमें छक्के 7 और चौके सिर्फ 4 शामिल रहे.इनमें पांच छक्के तो सिर्फ सात गेंदों के अंतराल पर ही आए. पहली नजर में बेशक ये आंकड़ा आपको गेल के खेल से मैच करता न दिखे. लेकिन जब आप ये जानेंगे कि बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज 67 रन तक तब पहुंचे जब उनके 28 गेंदों पर सिर्फ 32 रन ही थे, तो आप जरूर दंग रह जाएंंंगे. इस दौरान उन्होंने 33 गेंदों पर अपनी फिफ्टी पूरी की.
गेल की ‘हवाई फायरिंग’ और 14000 रन
गेल सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के बेस्ट गेंदबाज जोश हेजलवुड के एक ओवर में 3 चौके और 1 छक्का जमाया. वहीं स्पिनर एडम जंपा के एक ओवर में लगातार 3 छक्के जड़े. इन्हीं 3 छक्कों को जमाते हुए वो T20 क्रिकेट में 14000 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज भी बने. वो तीसरे ऐसे खिलाड़ी बने जिसने 40 साल की उम्र होने पर भी 1000 T20 रन पूरे किए हैं. वो T20 इंटरनेशनल में अर्धशतक जमाने वाले सबसे उम्रदराज क्रिकेटर भी बने. खास बात ये है कि गेल के बल्ले से अर्धशतक का दीदार 5 साल बाद हुआ है. उन्होंने आखिरी बार T20 में 50 प्लस का स्कोर अप्रैल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. हालांकि ये भी सच है कि गेल लंबे समय से सिर्फ दुनियाभर की टी20 लीग में ही हिस्सा ले रहे थे और राष्ट्रीय टीम के लिए टी20 क्रिकेट से दूरी बनाए हुए थे.