शेखर की रिपोर्ट
ज्योतिषाचार्य डॉ राजनाथ झा बताते हैं कि महिला अखंड सौभाग्य के लिए वट सावित्री व्रत व्रत करती हैं पर इस बार करो ना काम की वजह से पहले ही तरह पूजा नहीं कर सकेगी हालांकि इस बात से परेशान ना हो कि अपने श्रद्धा में कोई कमी रह जाएगी ज्योतिष अचार्य कहते हैं कि कई छात्रों ने कहा गया है भवंति देवताओं से ही भगवान प्रसन्न होते हैं अतः भाव से पूजा करें ज्योतिष से इसके लिए उपाय बताते हुए कहा कि घर में ही हो सके तो वोट के पेड़ की टहनी लाकर पूजा करें कथा पढ़कर भोग लगा प्ले या पंडित से फोन पर ही कथा सुन सकती है दान देने की सामग्री कुछ घर पर ही हो तो वह निकाल कर छत पर चढ़ा देना हो तो वैसे भी चढ़ा सकती है जिससे बाद में दान किया जा सकता है इस दिन वट वृक्ष पूजा का विशेष महत्व है अतः वटवृक्ष का उसका अनिल आकर उसका श्रद्धा पूर्वक पूजा करता वितृ और सत्यवान की कथा सुनने सर्वप्रथम माता गौरी का पूजा कर पंखा पर पुष्प धूप दीप नैवेद्य आदि लेकर जैसे पूजा करें जैसे सावित्री के सुहाग पर आंच नहीं आई इतनी कामना के साथ अपनी सुहाग की रक्षा के लिए व्रत करे नवविवाहित वर वधु वर बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ यह पर्व मनाते हैं जो इस पूर्व ना काल में थोड़ी मुश्किलें हैं बाहर मंदिरों में पूजा करना इसलिए इस बार आप अपने घरों पर रहकर पूजा करें