शेखर की रिपोर्ट
पूरे भारतवर्ष में कोरोना कहां कहर छाया हुआ है । लोग इस बीमारी से मर रहे हैं वही चक्रवर्ती तूफान यास राजधानी रांची में भी जानमाल को नुकसान पहुंचाया है। यास के वजह से हो रही लगातार बारिश से जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सेक्टर 5 स्थित खटाल मोहल्ले में एक छोटा से आशियाना बनाकर एक परिवार राह रहा था। उसमें 11 साल के छोटे बच्चे ऋषभ कुमार अपने माता पिता के साथ रहा करता था। अचानक चक्रवाती तूफान यास के आ जाने से वह अफसाना पूरी तरह बिखर गया। गुरुवार की सुबह 7:30 बजे एक घर की दीवार गिर गई दीवार के मलबे में दबकर 11 माह का ऋषभ कुमार नाम के 1 बच्चे और 26 साल के उसके पिता शंकर रवानी की मौत हो गई। पेसे से ऑटो चालक शंकर घर में पत्नी और बच्चे के साथ रहते थे।
संयोग से उनकी पत्नी बरखा कुछ काम से बाहर निकली हुई थी। शंकर अपने बच्चों के साथ बिस्तर पर लेट कर खेल रहा था ।
अचानक घर के अंदर की मिट्टी धसती और 10 इंच मोटी दीवार तेज आवाज के साथ बाप बेटी के ऊपर धराशाई हो गई।
आवाज सुनकर पत्नी दौड़कर कमरे में आई तो दृश्य देखकर पीहर गई उसे पता भी नहीं था कि और दहाड़ मार कर रोने चिल्लाने लगी।
आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर आए और दोनों को मलबे से निकालकर पास के नारायणी अस्पताल ले गए वहां डॉक्टर के जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।
इधर शंकर की पत्नी बरखा को विश्वास नहीं हो रहा था कि पल भर में उनकी दुनिया उजड़ गई है पड़ोसी नारायणी अस्पताल में दोनों को रिम्स ले गए वहां भी डॉक्टर ने मौत की पुष्टि कर दी उसके बाद दोनों का वही पोस्टमार्टम हुआ शंकर मूल रूप से हजारीबाग के रहने वाले थे। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव को लेकर परिजन हजारीबाग चले गए नगड़ी सीओ ने ₹10,000 की आर्थिक मदद घटना की सूचना मिलने के
बाद नगरीय और मेयर नखरा अमृत शंकर के घर पहुंचे नगरी सीओ ने प्रशासन की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि ₹10,000 उपलब्ध कराई साथ ही यह भी कहा कि उपायुक्त के निर्देश पर चार ₹400000 की मुआवजा राशि के लिए तुरंत कागजात पूरा कराया जाएगा