शेखर की रिपोर्ट
जहां एक तरफ कोरोना काल के चलते पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है वहीं सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को प्राइवेट स्कूलों की तुलना में आज भी सुविधा कब मिल रही है कहीं बिजली नहीं तो कहीं स्मार्टफोन नहीं तो कहीं नेटवर्क नहीं खुद भी ऑनलाइन इच्छा से संतुष्ट नहीं है आपको बता दें कि इलाज के लिए चेन्नई झारखंड के शिक्षा मंत्री इलाज के लिए गए हुए हैं। आपको बता दें कि इलाज से अभी तक श्री जगन्नाथ महतो झारखंड नहीं लौटे हैं उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों के सातवें आज भी खड़े हैं केंद्र सरकार द्वारा पारा शिक्षकों की कटौती राशि को वापस करें आज शनिवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि पारा शिक्षक को केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले जूते की कटौती कर दी गई है। शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने कहा कि वे अभी भी पारा शिक्षक के साथ खड़े हैं जल्दी चेन्नई से मैं लौट कर आऊंगा तो सबसे पहले पारा शिक्षक और सरकारी स्कूल पर काम करूंगा इसके बाद अगर सरकार द्वारा फिर से विभाग की जवाबदेही भी जाती हैं तो वे पारा शिक्षक के कल्याण कोष के गठन स्थायीकरण सहित अन्य मांगों पर ठोस पहल करेंगे उन्होंने कहा कि 28 सितंबर 2020 को पारा शिक्षकों के लिए गठित कमेटी की बैठक होनी तय थी लेकिन संयोगवश उसी दिन उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और वह इतने दिन तक अस्पताल में रहे अभी वह झारखंड लौटते नहीं है अभी चेन्नई में है श्री जगन्नाथ महतो ने कहां की कोई भी काम छोटा नहीं है जनप्रतिनिधि का काम है जनता का काम करना जनता के बीच रहे तभी चार बार लगातार विधायक बने अभी अस्पताल में रहकर भी फोन पर लोगों की समस्या का समाधान करते हैं उन्होंने कहा कि महज मुझे तीन माह का समय मिल मिला इसी विद्यालय का निरीक्षण करता रहा यह जानने की कोशिश कर रहा था कि प्राइवेट स्कूल की तरफ अभिभावक व बच्चों का जुकाम क्यों है फिर वापस लौटकर ने इस पर काम करूंगा कोई भी चीज कठिन नहीं है