शेखर की रिपोर्ट
कोलियरी डिवीजन को चलाने के लिए रेत,बहुत जरूरी है ,ऐसे में कोलियरी में रेत की आपूर्ति नहीं होने से 11 माह से बंद खदान में कार्यरत करीब 2000 असंगठित मजदूर बेरोजगार है खदान को चालू करने के लिए सेल प्रबंधक ने एड़ी चोटी कर रखी है लेकिन बालू ठेकेदार को निविदा आदेश मिलने के बाद भी बालू आपूर्ति नहीं किए जाने से कोयला उत्पादन पर ब्रेक लगा हुआ है वही सेल कोलियरी डिवीजन के प्रभारी कार्यपालन निदेशक के एल एस राव ने कहा की सेल अपने सेट प्लांट को चालू करने के लिए कोयला मंत्रालय व बोर्ड ऑफ डायरेक्टर लेवल पर बात की जा रही है चासनाला कोइलरी को चालू करने के लिए प्रबंधन प्रयासरत है इसके लिए 6 मई को झारखंड व पश्चिम बंगाल के बालू घाट से 40 हजार टन रेत,की आपूर्ति करने की निवेदिता निकाली गई थी वही ठेकेदार हृदय भूषण सिंह ने 1.6 7 करोड रुपए में रेत,आपूर्ति करने की निविदा भरी है प्रबंधक ने 26 अप्रैल को रेत,आपूर्ति करने का आदेश भी दे दिया था नियम के अनुसार निवेदिता आदेश मिलने के 7 दिनों के बाद बालू आपूर्ति करनी थी डेढ़ माह बाद भी बालू की आपूर्ति नहीं की जा सकी अब ऐसे में प्रबंधन रेत,के लिए फिर से टेंडर निकालने की तैयारी में जुटी है कहां की चास नाला कोलियरी में 700 मीटर गहराई तक कोयले का अकूत भंडार है जबकि इस ओसीबी व वेस्ट क्वायरी में करीब 10 मिलियन टन से अधिक कोयले का भंडार है आपको बताते जाएगी चाटना लाडी माइंस में रेत के लिए आवेदन निवेदिता प्रक्रिया आखिरी चरण में है दीप माइंस में 17 अगस्त वसीम खदान में 3 नवंबर से उत्पादन बंद है वही जीतपुर को कोलियरी से 300 टन कोयला उत्पादन किया जा रहा है आने वाले समय में प्रतिदिन 2000 टन उत्पादन करने का लक्ष्य है रामनगर कॉलोनी में 1500 टन कोयला उत्पादन किया जा सकता है,