शेखर की रिपोर्ट
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान जहां एक तरफ झारखंड में ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है ऐसे में झारखंड में बस संचालक की छूट नहीं मिलने से बस संचालक के समक्ष आजीविका के कठिनाई उत्पन्न हो गई है इसे लेकर चेंबर भवन में एक बैठक हुई बस व्यवसायो ने कहा कि पिछले वर्ष लगभग 6 माह तक लॉकडाउन वह इस वर्ष लगभग 3 माह से बसों का परिचालन बंद होने के कारण व्यवसाय वाहन मालिक तथा इनसे रोजगार प्राप्त लोग आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं वही बस मालिक ने कहा कि बस ना चलने के कारण हम लोग टैक्स भी नहीं भर पा रहे हैं और बस रोजगार से जुड़े ड्राइवर को भी न तो सैलरी दे पा रहे हैं दूसरी ओर डीजल मूवी मोटर पार्ट्स चेचिस की दरों में बेतहाशा वृद्धि के कारण भी परिवहन व्यवसाय की स्थिति दयनीय है बस मालिक ने कहा कि जहां एक तरफ पूरे देश पर झारखंड में ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है तो ऐसे में बस को को ना चलाना यह बहुत बड़ा दिक्कत की बात है उन्होंने आग्रह किया कि अब जब राज्य के सभी आर्थिक गतिविधि को संचालन की अनुमति दी गई है ऐसे में जुलाई से राज्य में बसों को 50 परसेंट क्षमता के साथ संचालन की अनुमति दी जाए बस मालिक ने सरकार से अनुरोध किया कि अप्रैल-मई एवं जून के रोड टैक्स माग कि विपरीत के साथ इंश्योरेंस की ईएमआई की अवधि विस्तार हेतु उड़ीसा सरकार की तर्ज पर झारखंड सरकार द्वारा भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर किया जाए वही बस संचालकों की घटनाएं को देखते हुए चेंबर उपाध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि केंद्र परिवहन मंत्री द्वारा वाहनों के विभिन्न दस्तावेजों यथा ड्राइविंग लाइसेंस फिटनेस पंजीकरण प्रमाण पत्र पर अमित सहित अन्य दिन की अवधि समाप्त हो चुकी है उनकी वैधता अवधि 30 सितंबर तक विस्तारित की गई है इसको लेकर बस एसोसिएशन ने कहा कि झारखंड में भी इस नियम को प्रभाव प्रभावित करना जरूरी है बैठक में चेंबर उपाध्यक्ष किशोर मंत्री बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह चेंबर के रोड ट्रांसपोर्ट उप समिति समिति चेयरमैन अरुण साबू आदि लोग उपस्थित थे