शेखर की रिपोर्ट
कोरोना के चलते जहां लोगों का रोजगार चला गया है रोजगार की तलाश में ऐसे में बाहर से कुछ युवती रोजगार खोजने के लिए झारखंड शहर मैं पहुंची है लॉकडाउन में ढील मिलते ही जमशेदपुर में अपराध का ग्राफ एक बार बढ़ गया है अपराधी में अभी तक तो पुरुष ही शामिल होते थे लेकिन अब महिलाएं भी उतर गई है जो मदद करने के बहाने किसी को भी रोक लेती है इसके बाद पैसे की डिमांड करती है अगर आपने पैसा नहीं दिया तो फसा की फंसाने की धमकी देती है आपको बताते जाएगी राजस्थान से शहर पहुंची युवती की यह टोली किसी क्षेत्र विशेष को टारगेट कर युवाओं का राहगीरों को रुकवा दी है और एक पत्र थमा कर सहयोगी की मांग करती है उनकी टुकड़ी मकड़ी बातें में फंसाने की इनमें महारत है इनकी बातों में आकर लोग 100 और ₹200 भी थमा देते हैं यह व्यक्ति कई भाषा में बोल सकती है वह पंजाबी हरियाणवी बंगाली और यहां तक उड़िया भाषा बोल सकती है शहर में ऐसे 200 परिवार राजस्थान से झारखंड पहुंचा है सभी स्टेशन के आस पास रहते हैं रोजी-रोटी की समस्या होने के बाद व राहगीरों को निशाना बना रही है। ऐसे में जब कोरोना गाइडलाइन का पालन करवा रही है स्टेशनों में बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है ऐसे में इन युवकों पर उनकी नजर नहीं पढ़ना प्रशासन की सक्रियता की पोल खोलती है। यह लोग ऐसे सुनसान गलियों को अपना ठिकाना बनाती है जहां पुलिस जीप की गस्ति कम होती है।