शेखर की रिपोर्ट
डेढ़ साल से कोविड-19 का प्रकोप लोगों में कहर ढा रहा है तो वहीं कोविड-22 का डर वैज्ञानिको को सता रहा है को भी दो एक्सपर्ट ने दावा किया है कि कुवैत टू ट्रेन डेल्टा वेरियस से भी ज्यादा घातक हो सकता है इस पर वैक्सीन का भी असर नहीं होगा अब तक कोरोना का डेल्टा वेरियस सबसे खतरनाक और संक्रमण माना जाता है को बताते जाए की भारत में सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला 31 जनवरी 2020 को दक्षिण भारत के केरल में सामने आया था ऐसे में अब कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है इस बीच एक्सपर्ट ने एक नए सुपर स्टैंड के खतरे की आशंका जताई है वही एक्सपर्ट का कहना है कि इम्यूनोलॉजिस्ट्स को डर है कि क्वीन 22 सुपर स्टील पहले से ज्यादा जानलेवा होगा और आने वाले समय में इसके मामले सामने आ सकते हैं। वही एक्सपर्ट का कहना है कि साल 2022 में कोविड का नया वेरियस आ सकता है expert ने दावा किया है कि को covid 22 strain डेल्टा वेरिएट से भी ज्यादा घातक हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञ ने चेतावनी दी कि कु बिट्टू नाम का नया वेरियस मौजूदा सबसे घातक डेल्टा वेरिएट से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है कोविड 22 नाम या टर्न स्विट्जरलैंड की eth0 में सिस्टम एंड सिस्टमैटिक इम्यूनोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर साई रेड्डी ने सबसे पहले इस्तेमाल किया है एक रिपोर्ट के मुताबिक साईं रेड्डी ने चेतावनी दी है कि साल 2022 में कोविड का एक नया वेरिएट सामने आ सकता है और यह बड़ा खतरनाक खतरा साबित होगा। उन्होंने कहा कि बस इसकी आशंका जताई जा रही है इम्यूनोलॉजिस्ट डॉक्टर साई रेड्डी ने कहा कि हाल में सामने आए कोरोना केस ट्रेन एक साथ मिलकर एक नए खतरे को पैदा कर सकते हैं डॉक्टर रेडी ने यह आशंका भी जताई कि हो सकता है कि वैक्सीन भी इस पर काम ना करें प्रोफेसर रेड्डी ने डेल्टा को को
कोविड19 नाम दिया और कहा कि यह सभी सबसे ज्यादा संक्रमण स्टेशन है उन्होंने कहा कि अगर बीटा या गामा वेरियस और ज्यादा संक्रमण हो जाते हैं या डेल्टा न्यू टेंशन विकसित करता है तो हम महामारी का एक नया भेज देख सकते हैं वही डॉक्टर रेडी का कहना है कि यह आने वाले समय में एक बड़ी समस्या बन सकती है कोविड 22 जो हम वर्तमान से अनुभव कर रहे हैं इससे भी ज्यादा बत्तर हो सकता है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति जिसने वैक्सीन नहीं लगाई है और वह इसके संपर्क में आता है तो वह सुपर स्प्रीडर बन सकता है